कमियां दूर, 100 सीट के लायक है पीएमसीएच

धनबाद : पीएमसीएच में सरकार ने मैन पावर व उपकरणों की कमी लगभग दूर कर दी है. थोड़ी-बहुत जो कमियां हैं, उसे जल्द दूर कर लेंगे. पीएमसीएच 100 सीट डिजर्व कर रहा है. अब कोर्ट का आदेश का इंतजार किया जा रहा है. जो कोर्ट का आदेश है, सरकार व विभाग उसे मानेगा. उक्त बातें […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 11, 2015 8:21 AM
धनबाद : पीएमसीएच में सरकार ने मैन पावर व उपकरणों की कमी लगभग दूर कर दी है. थोड़ी-बहुत जो कमियां हैं, उसे जल्द दूर कर लेंगे. पीएमसीएच 100 सीट डिजर्व कर रहा है. अब कोर्ट का आदेश का इंतजार किया जा रहा है.
जो कोर्ट का आदेश है, सरकार व विभाग उसे मानेगा. उक्त बातें पीएमसीएच के निरीक्षण करने आये रांची से हेल्थ डायरेक्टर डा विजय शंकर व एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर डा विजय खन्ना ने पत्रकारों से कही. उन्होंने कहा कि 17 अगस्त को कोर्ट में सीटों के मामले में सुनवाई है.
सरकार ने अपना पक्ष साफ कर दिया है. रिम्स, एमजीएम जमशेदपुर व पीएमसीएच में सीटें बढ़ने से यहां के अधिक से अधिक छात्रों का लाभ मिलेगा. उन्होंने कहा कि पीएमसीएच के चिकित्सकों प्रोन्नति कर दी गयी है. इसके साथ नये विशेषज्ञ चिकित्सकों की बहाली कर दी गयी है.
आउटसोर्सिंग से कर्मियों की कमी दूर कर दी है. हेल्थ डायरेक्टर दोपहर ग्यारह बजे पीएमसीएच पहुंचे. निरीक्षण व कागजों की जांच कर शाम पांच बजे रांची वापस गये. मौके पर प्राचार्य डा पीके सेंगर, अधीक्षक डा के विश्वास, डा सुनील कुमार सिन्हा, डा आशुतोष कुमार सहित तमाम विभागाध्यक्ष आदि मौजूद थे.
इंजीनियरिंग सेल की लापरवाही उजागर
हेल्थ डायरेक्टर ने कहा कि इंजीनियरिंग सेल की लापरवाही के कारण कई भवन अभी या तो पूरे नहीं हुए या हैंड ओवर नहीं किये गये हैं. बताया कि आॅडिटोरियम को अभी तक अस्पताल को हैंड ओवर नहीं किया गया है. कुछ काम यहां बाकी है. इसके साथ सेंट्रल कैजुअलिटी के काम को अभी तक पूरा नहीं किया गया है. वहीं सेंट्रल लाइब्रेरी का काम पूरा नहीं हुआ है.
इसे भी हैंड ओवर नहीं किया गया है. पीजी हॉस्टल का काम अधूरा है. कई जगहों पर इंजनियरिंग सेल को रिपेयरिंग करना था, लेकिन यह काम भी शुरू नहीं किया गया. सदस्यों ने बताया कि सर्जरी आइसीयू के लिए करोड़ों के उपकरण खरीद लिये गये हैं, लेकिन आइसीयू का काम सेल ने पूरा नहीं किया.
शिक्षकों की कमी पूरी
पीएमसीएच में प्रोफेसर के 60, एसोसिएट प्रोफेसर के 80 व असिस्टेंट प्रोफेसर के 50 प्रतिशत पद खाली थे. जिसे सरकार ने भर दिया है. प्रोफेसर व एसोसिएट प्रोफेसर के सभी पद भर दिये गये. असिस्टेंट प्रोफेसर के लगभग 20 प्रतिशत ही सीटें खाली रह गयी हैं.
वहीं ट्यूटर व रेजिडेंट के 40 प्रतिशत पदों के भरने की प्रक्रिया जारी है. आउटसोर्सिंग से नर्स, वार्ड अटेंडेंट आदि के पदों को भरा गया है. बाकी कुछ पदों की भरने की प्रक्रिया जारी है. पीएमसीएच में फिलहाल 18 विभाग चल रकहे हैं.
टीम ने किया विभागों का निरीक्षण
टीम के सदस्यों ने सबसे पहले कॉलेज का निरीक्षण किया. यहां प्राचार्य को टीम के सदस्यों ने कई सुझाव भी दिये. इसके बाद टीम ने अस्पताल का निरीक्षण किया. सबसे पहले स्त्री व प्रसूति रोग विभाग का निरीक्षण किया.
वहां से डायलिसिस यूनिट, आॅर्थो व सर्जरी विभाग के ओटी का निरीक्षण किया गया. वहां से एआरटी का निरीक्षण किया. इसके बाद सर्जरी, ऑथो, मनोचिकित्सा, ओएसटी, सेंट्रल रजिस्ट्रेशन, स्कीन आदि विभागों में गये.

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