धनबाद में भीषण बिजली संकट, तड़प रही जनता
इतिहास खुद को दोहरा रहा है. पिछले साल जाड़े के शुरुआती दिनों में, जब झारखंड विधानसभा के चुनाव हो रहे थे, डीवीसी ने बकाया के लिए घंटों बिजली कटौती शुरू कर दी थी. डीवीसी का कहना था कि झारखंड सरकार बकाया नहीं दे रही और कोल इंडिया बिना पैसे के कोयला नहीं दे रहा. इससे […]
इतिहास खुद को दोहरा रहा है. पिछले साल जाड़े के शुरुआती दिनों में, जब झारखंड विधानसभा के चुनाव हो रहे थे, डीवीसी ने बकाया के लिए घंटों बिजली कटौती शुरू कर दी थी. डीवीसी का कहना था कि झारखंड सरकार बकाया नहीं दे रही और कोल इंडिया बिना पैसे के कोयला नहीं दे रहा. इससे बिजली का प्रोडक्शन प्रभावित हुआ है. तब केंद्र में नरेंद्र मोदी की सरकार बनी ही थी. धनबाद से भाजपा के टिकट पर पीएन सिंह रिकॉर्ड मतों से सांसद निर्वाचित हुए थे. कहा गया था कि राज्य में भी भाजपा की सरकार बनी तो इस तरह का संकट नहीं होगा. सरकार बनी. कुछ दिनों के बाद बिजली की स्थिति सुधरी. लेकिन डीवीसी अब फिर दबी जुबान से बकाया मांग रहा है. नित नये तकनीकी कारणों का हवाला देकर बिजली कटौती की जा रही है. जले में नमक छिड़कने का काम झारखंड ऊर्जा निगम कर रहा है. छोटी-छोटी गड़बड़ियां ठीक करने में घंटों लग जा रहे हैं. जनता तड़प रही है. जनप्रतिनिधि चुप्पी साधे हुए हैं. यह स्थिति तब है जब राज्य के ऊर्जा सचिव-सह-ऊर्जा विकास निगम लिमिटेड के अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक एसकेजी रहाटे दो दिन पहले ही धनबाद में यह कह कर गये हैं कि जल्द ही बिजली संकट का समाधान कर दिया जायेगा.
रोशनी का वादा, अंधेरे की सौगात
टूटा तार, मरम्मत में लगे 15 घंटे
शहर की तीन लाख की आबादी 15 घंटे तक बिजली संकट से परेशान रही़ सोमवार की रात 10 बजे की कटी बिजली मंगलवार के दिन के एक बजे आयी़. पुटकी स्थित ऊर्जा विभाग के यार्ड में सोमवार की रात 10 बजे तार टूटने के कारण बॉक्स जलने से बिजली कट गयी. इसकी मरम्मत का काम मंगलवार को दोपहर एक बजे तक चला. नया बाजार एवं हीरापुर के सहायक अभियंता प्रभाकर कुमार के अनुसार मरम्मत के दौरान तड़के तीन बजे सभी मैनडैज कर्मचारी हड़ताल पर चले गये. सुबह में प्राइवेट मिस्त्री को बुलाकर मरम्मत करायी गयी.
कहां-कहां पड़ा प्रभाव : शहर का पुराना बाजार, मनईटांड़, दुखहरणी मंदिर, बस्तोकाला, जोड़ा फाटक, गांधी नगर, बरमसिया, विनोद नगर, भूदा एक्सचेंज रोड सहित शहर के कई इलाके.
25 मैनडेज और 52 अनुबंधकर्मी हड़ताल पर
जिले के 25 मैनडेज कर्मचारी एवं 52 अनुबंधकर्मी हड़ताल पर चले गये हैं. मैनडेज कर्मचारी समरदीप ने बताया कि 13 मैनडेजकर्मियों को कुछ लोग झूठा आश्वासन देकर रांची ले गये हैं. विभागीय सूत्रों ने बताया कि जिले में 57 अनुबंध कर्मियों में से 52 हड़ताल पर हैं. जबकि दो पहले से छुट्टी पर हैं. तीन लोग काम कर रहे हैं. इसी तरह पूरे एरिया बोर्ड में 246 मैनडेज कर्मियों में से सिर्फ 25 लोग हड़ताल पर गये हैं .
डीवीसी की एक और यूनिट में उत्पादन ठप
धनबाद. डीवीसी की एक और यूनिट के मंगलवार को ठप हो जाने से बिजली व्यवस्था और चरमरा गयी है. उत्पादन चार हजार मेगावाट की जगह मात्र 32 सौ मेगावाट हो रहा है. आज चंद्रपुरा की दो नंबर यूनिट में उत्पादन ठप हो गया. डीवीसी मैथन के मुख्य अभियंता बीएन पान ने बताया कि इससे पहले रविवार की रात मेजिया की एक यूनिट ठप हो गयी थी. उन्होंने बताया कि पांच फीसदी कटौती कर बिजली की आपूर्ति की जा रही है. 24 में से 11 यूनिट में उत्पादन ठप है.