Dhanbad News: साढ़े पांच हजार चापाकल खराब, मेंटेनेंस के लिए फंड नहीं
इस साल लोगों को प्रचंड गर्मी और पानी की किल्लत झेलनी पड़ सकती है. कारण जिले में बड़ी संख्या में चापाकल खराब हैं. अब तक उनकी मरम्मत नहीं हुई है.
धनबाद.
सर्दी खत्म होने के साथ ही मौसम में बदलाव होना शुरू हो गया है. यह बदलाव इशारा कर रहा है कि इस साल लोगों को प्रचंड गर्मी झेलनी पड़ सकती है. गर्मी में पानी की किल्लत भी बढ़ जाती है. आम तौर पर पेयजल एवं स्वच्छता विभाग गर्मी से पहले जलसंकट से निबटने की व्यवस्था करने में जुट जाता है. खासकर जिले के विभिन्न प्रखंडाें में लगे चापाकल की मरम्मत शुरू कर दी जाती है. लेकिन इस साल विभाग द्वारा मेंटेनेंस कार्य की गति काफी धीमी है. कारण खराब चापाकलों की मरम्मत के लिए विभाग के पास अबतक फंड नहीं पहुंचा है. ऐसे में विभाग के अधिकारी जैसे-तैसे चापाकलों की मरम्मत करा रहे हैं. जबकि विभाग की ओर से जिलेभर में 20 हजार से ज्यादा चापाकल विभिन्न प्रखंडों व गांवों में लगाये गये हैं.साढ़े पांच हजार से ज्यादा चापाकल खराब
पेयजल एवं स्वच्छता विभाग प्रमंडल वन व टू द्वारा हाल में जारी रिपोर्ट के अनुसार वर्तमान में जिले के विभिन्न प्रखंडों के अलग-अलग गांवों में लगाये गये चापाकलों में से 5533 चापाकल खराब पड़े हैं. पेयजल एवं स्वच्छता विभाग प्रमंडल वन अंतर्गत शहरी व ग्रामीण क्षेत्र के विभिन्न इलाकों में कुल सात हजार 790 चापाकल लगाये गये हैं. इनमें से दो हजार से ज्यादा चापाकल खराब हैं. इसी तरह विभाग के प्रमंडल टू अंतर्गत विभिन्न प्रखंडों के गांवों में 12,530 चापाकल लगे हैं. इनमें से 3,533 चापाकल खराब हैं. ब्रेकडाउन होने, चापाकल की पाइप सड़ने, पानी की क्वालिटी खराब होने व पूर्ण रूप से खराब चापाकलों की सूची विभाग की ओर से तैयार की गयी है.जल्द फंड आवंटित नहीं हुआ तो झेलना होगा गंभीर संकट
शहर के साथ ग्रामीण इलाकों में लगे चापाकलों के खराब होने का सिलसिला जारी है. जबकि मरम्मत की गति धीमी है. ऐसा मरम्मत के लिए फंड नहीं होने से है. ऐसे में गर्मी से पहले चापाकलों की मरम्मत के लिए जल्द फंड आवंटित नहीं किया गया तो लोगों को गंभीर पेयजल संकट झेलना पड़ सकता है.प्रखंडों में लगे चापाकल व इसकी स्थिति
प्रखंड-कुल संख्या-इतने खराबधनबाद-660-204बलियापुर-1835-453पूर्वी टुंडी-1002-262टुंडी-1768-467
तोपचांची-2209-642बाघमारा (बाघमारा प्रशाखा)-2013-496बाघमारा (कतरास प्रशाखा)-3043-856नोट : पेयजल विभाग प्रमंडल वन अंतर्गत क्षेत्रों में दो हजार 223 चापाकल खराब हैं.
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