समझौता के बाद बीएसएस कॉलेज में हड़ताल स्थगित

धनबाद: बीएसस महिला कॉलेज के कर्मियों ने मंगलवार को कलम बंद हड़ताल स्थगिगत कर दी. सचिव दामोदर सिंह चौधरी के हस्तक्षेप पर हड़ताल के दूसरे दिन ही सुबह बारह बजे हुई समझौता के बाद कॉलेज के कर्मियों ने हड़ताल तोड़ते हुए सेवा देनी शुरू कर दी. क्या हुआ समझौता : सचिव दामोदर सिंह चौधरी ने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 4, 2015 9:17 AM

धनबाद: बीएसस महिला कॉलेज के कर्मियों ने मंगलवार को कलम बंद हड़ताल स्थगिगत कर दी. सचिव दामोदर सिंह चौधरी के हस्तक्षेप पर हड़ताल के दूसरे दिन ही सुबह बारह बजे हुई समझौता के बाद कॉलेज के कर्मियों ने हड़ताल तोड़ते हुए सेवा देनी शुरू कर दी.

क्या हुआ समझौता : सचिव दामोदर सिंह चौधरी ने बताया कि वार्ता में तय हुआ है कि 10 नवंबर तक उनके मामले में फैसला हो जायेगा. उन्होंने बताया कि उनकी कोशिश होगी कि इससे पहले शासी निकाय की अगली बैठक करके उसमें कर्मियों के बीच उत्पन्न कलह का समाधान कर दिया जायेगा.

क्या कहते हैं सचिव : सचिव श्री चौधरी ने बताया कि उनके पास कई प्रकार की शिकायतें आयी हैं, जिसमें एक में तो प्राचार्य को हटाने की मांग की गयी है. इस प्रकार का फैसला वह अकेले नहीं ले सकते. अध्यक्ष सांसद पीएन सिंह फिलहाल व्यस्त हैं. श्री चौधरी ने कहा कि 10 नवंबर से पहले अगली जीबी की बैठक कर मामले का समाधान कर दिया जायेगा. उन्होंने बताया कि नये 14 कर्मियों की नियुक्ति के साथ-साथ दूसरी शिकायत, जिसमें पुराने की नियुक्ति को चुनौती दी गयी है, दोनों की जांच होगी. उन्होंने बताया कि जहां तक यूजीसी से 2015 -16 के लिए अनुदान की मांग की बात है तो इसके लिए तमाम कागजात तैयार करा लिया गया है. उक्त प्रपत्र जल्द ही विवि को समर्पित कर दिया जायेगा. हालांकि पहले की मिले अनुदान की उपयोगिता प्रमाण पत्र के साथ नयी योजना के लिए प्रपत्र जमा करने का समय सितंबर तक ही था. एेसे में विलंब से उक्त प्रपत्र समर्पित करने की स्थिति में यह भय बना हुआ है कि अगले सत्र के लिए यूजीसी से अनुदान मिल पायेगा या नहीं.

गुमनाम पत्र को लेकर फिर मचा हंगामा
समझौता के बाद एक गुमनाम पत्र जो किसी समाज सेवी शंभुनाथ सिंह की ओर से दी गयी है जिसका न कोई पता ठिकाना ट्रेस नहीं है. उक्त पत्र उपायुक्त के पास देकर शिकायत की गयी. उपायुक्त ने पत्र को एसडीएम के पास भेज दिया. एसडीएम ने मामले में जांच पड़ताल कर न्यायोचित कार्रवाई का निर्देश दिया है. शिकायत में कॉलेज के तमाम पुराने कर्मियों की नियुक्ति को अवैध ठहराते हुए जांच पड़ताल होने तक सभी का वेतन स्थगित रखने की अपील की गयी है. एसडीएम ने उक्त पत्र शासी निकाय के बजाय केवल प्राचार्य डॉ करूणा को यह शिकायत दी है.

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