शक की सुई अब बरटांड़ के ‘दबंग’ की तरफ
धनबाद: बुंदेला बस मालिक सुधीर सिंह हत्याकांड में संदेही शिव गंगा बस के मालिक मुन्ना सिंह को पूछताछ के बाद बुधवार की रात बरवाअड्डा थाना से छोड़ दिया गया. पुलिस ने मुन्ना को हिदायत दी है कि वह फिलहाल धनबाद से बाहर नहीं जाये. पुलिस के बुलाने पर उसे हाजिर होना होगा. दीपावली के दिन […]
धनबाद: बुंदेला बस मालिक सुधीर सिंह हत्याकांड में संदेही शिव गंगा बस के मालिक मुन्ना सिंह को पूछताछ के बाद बुधवार की रात बरवाअड्डा थाना से छोड़ दिया गया.
पुलिस ने मुन्ना को हिदायत दी है कि वह फिलहाल धनबाद से बाहर नहीं जाये. पुलिस के बुलाने पर उसे हाजिर होना होगा. दीपावली के दिन ही पुलिस ने मुन्ना को बरवाअड्डा थाना बुलाया था. उसी समय से वह थाना में ही था.
बुधवार को भी एसपी अनूप टी मैथ्यू, डीएसपी अमित कुमार, राज कुमार सिन्हा, इंस्पेक्टर रवींद्र कुमार राय व अनुसंधानकर्ता अजय कुमार पंजिकार ने बरवाअड्डा थाना में मुन्ना से घंटो पूछताछ की. मुन्ना के खिलाफ हत्या में संलिप्तता व षडयंत्र के कोई सबूत पुलिस को नहीं मिले हैं. मुन्ना से पूछताछ के बाद पुलिस की निगाह अब सुधीर सिंह के कथित रक्षक आपराधिक प्रवृत्ति के एक दबंग युवक पर है. उस दबंग के खिलाफ परिस्थतिजन्य साक्ष्य मिले हैं. दबंग अभी फरार चल रहा है. अब तक के अनुसंधान में पता चला है कि सुधीर अपराधियों के दो गैंग के निशाने पर थे. एक गैंग के भय से उन्होंने स्टेशन रोड स्टैंड छोड़ बरटांड़ स्टैंड की ओर रुख किया था.
स्टैंड रोड स्टैंड पर कब्जे की कोशिश करने वाला गैंग माहवारी की मांग कर रहे थे. सुधीर ने यह बात अपने कोई लोगों से बतायी थी. बरटांड़ स्टैंड में सुधीर अपनी बस का एजेंटी किसी दूसरे को देने के पक्ष में नहीं थे. एक बस ऑनर के दबाव पर चार बसों की एजेंटी दूसरों को दी थी. शेष बसों की एजेंटी देने का भी सुधीर पर दबाव था. सुधीर इससे इनकार करते रहे. सुधीर ने अपनी परेशानी भाई से भी बताते हुए कहा था कि बस कारोबार में टेंशन व खतरा है. लगता है इस कारोबार को बढ़ना गलत निर्णय था. दंबग ग्रुप हर हाल में सुधीर की बसों पर कब्जा करना चाहता था. सुधीर की हत्या कर मुन्ना को फंसा बरटांड़ बस स्टैंड पर कब्जा करना ही मुख्य उद्देश्य था.