कार्रवाई: फर्जी कागजात पर खुलवाते थे बैंकों में खाता, जालसाजी में चार गिरफ्तार
धनबाद: धनबाद थाना की पुलिस ने जेल गेट के समीप से बुधवार को जाली आइडी प्रूफ बनाने वाले गिरोह के चार सदस्यों को पकड़ा है. गिरोह के सदस्य जाली आइडी प्रूफ पर एसबीआइ में बैंक खाता खोलकर ठगी करने वाले गिरोह को दे देता है. खाता किसे देता है और लेने वाले क्या करते हैं […]
धनबाद: धनबाद थाना की पुलिस ने जेल गेट के समीप से बुधवार को जाली आइडी प्रूफ बनाने वाले गिरोह के चार सदस्यों को पकड़ा है. गिरोह के सदस्य जाली आइडी प्रूफ पर एसबीआइ में बैंक खाता खोलकर ठगी करने वाले गिरोह को दे देता है. खाता किसे देता है और लेने वाले क्या करते हैं यह चारों ने नहीं बताया है.
पुलिस विक्की कुमार पिता डिल्लू रजक, गौतम कुमार पिता राम प्रसाद रजक (राजाबेड़ा ढोरी बस्ती, बेरमो, बोकारो), प्रकाश कुमार निषाद, पिता भुनेश्वर निषाद (रहीमगंज. फूसरो, बोकारो) व रोहित राम (पिता चंद्रदेव राम, तेलीपाड़ा, धनबाद) को कोर्ट में पेशी के बाद जेल भेज दिया है. डीएसपी धीरेंद्र नारायण बंका ने गुरुवार को संवाददाता सम्मेलन में यह जानकारी दी. मौके पर इंस्पेक्टर सह धनबाद थानेदार अरविंद कुमार भी मौजूद थे.
डीएसपी ने बताया कि गुप्ता सूचना के आधार पर थानेदार ने विक्की, गौतम, प्रकाश व रोहित को पकड़ा. तलाशी लेने पर पुलिस चारों के पास से एसबीआइ के तीन पासबुक, तीन चेकबुक, पांच एटीएम, दो जाली वोटर आइडी, दो ड्राइविंग लाइसेंस, एक आधार कार्ड, एक पैन कार्ड छह सीम खाता खोलने वाला फार्म जब्त किया गया है. अलग-अलग 30 लोगों के फोटो, दो बाइक भी जब्त की गयी है. डीएसपी ने कहा कि इस बात का पता नहीं चल पाया है कि बैंक खाता खोलकर किसे देता था. जाली पहचान व पता पर खोल गये खाते का उपयोग कहां हो रहा है.
गलत कारोबार की आशंका : पुलिस सूत्रों का कहना है कि लॉटरी के नाम पर पैसे डलवाने वाले गिरोह व एटीएम कोड पूछकर रकम ट्रांसफर करने वाले गिरोह के सदस्य को बैंक खाता, व एटीएम दिया जाता होगा. ऐसे करने वाले को गिरोह की ओर से कमीशन मिलता है. ठगी व जालसाजी के कारोबार में एक बड़ा नेटवर्क काम कर रहा है. जेल भेजे गये चारों को रिमांड पर लेकर पुलिस पूछताछ करेगी. अभी तक पूछताछ में जो जानकारी मिली है उसका सत्यापन किया जा रहा है.