मरीज बाद में, पहले एमआर से गुफ्तगू

धनबाद: पीएमसीएच में ओपीडी आवर में मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव (एमआर) बेखौफ चिकित्सकों को दवा का नमूना दिखाते हैं. ओपीडी खुलते ही मरीजों से पहले एमआर चिकित्सकों से मिलना शुरू कर देते हैं. तमाम आदेशों को धता बता कर चिकित्सक भी मरीज की जगह एमआर से मिलना ज्यादा पसंद करते हैं. पीएमसीएच के ओपीडी आवर में हर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 26, 2013 9:55 AM

धनबाद: पीएमसीएच में ओपीडी आवर में मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव (एमआर) बेखौफ चिकित्सकों को दवा का नमूना दिखाते हैं. ओपीडी खुलते ही मरीजों से पहले एमआर चिकित्सकों से मिलना शुरू कर देते हैं. तमाम आदेशों को धता बता कर चिकित्सक भी मरीज की जगह एमआर से मिलना ज्यादा पसंद करते हैं. पीएमसीएच के ओपीडी आवर में हर दिन दर्जनों एमआर चिकित्सकों से मिलते देखे जा सकते हैं. चिकित्सक भी मरीजों को अस्पताल की जेनेरिक दवाओं की जगह बाहर की दवाएं लिख रहे हैं.

इससे अस्पताल में आये भोले-भाले ग्रामीणों को परेशानी के साथ जेबें भी ढीली करनी पड़ रही है. पीएमसीएच में सुबह नौ बजे से एक बजे तक ओपीडी खुलता है.

बैग बदल कर आते हैं एमआर
ओपीडी आवर में चिकित्सकों से मिलने की मनाही के बाद एमआर तरह-तरह से हथकंडे अपना रहे हैं. बाहरी लोगों को शक नहीं हो या उच्च प्रबंधन को इसकी भनक नहीं लगे. इसलिए एमआर चमड़े के बैग को पीएमसीएच के बाहर दवा दुकानों में रख देते हैं. वहां से वह कॉलेज बैग के साथ पीएमसीएच में दाखिल होते हैं. सुबह नौ बजे से एक बजे तक यह सिलसिला चलता है. इतना ही नहीं ‘एमआर बनकर नौकरी करें, खूब कमायें’ विज्ञापन भी ओपीडी व चिकित्सकों के कार्यालय के बाहर चिपका दिया है.

Next Article

Exit mobile version