भूकंप का झटका लगते ही मची अफरा-तफरी
धनबाद : भूकंप का झटका सुबह 8.05 बजे महसूस होने के बाद लोग घरों से निकल पड़े. यही हाल मॉर्निंग शिफ्ट के कई दफ्तरों और स्कूलों का था. सोशल मीडिया पर यह खबर देखते ही देखते वायरल हो गयी. देर तक सोने वालों को जगा कर भूकंप आने की सूचना दी गयी. कुल मिलाकर सुबह […]
धनबाद : भूकंप का झटका सुबह 8.05 बजे महसूस होने के बाद लोग घरों से निकल पड़े. यही हाल मॉर्निंग शिफ्ट के कई दफ्तरों और स्कूलों का था. सोशल मीडिया पर यह खबर देखते ही देखते वायरल हो गयी. देर तक सोने वालों को जगा कर भूकंप आने की सूचना दी गयी. कुल मिलाकर सुबह की चर्चा का यह विषय बन गया.
इसी के साथ शहर में सुबह की सरगरमी बढ़ गयी. कहीं भी किसी तरह के नुकसान नहीं होने की सूचना से लोगों ने राहत की सांस ली. दिल्ली पब्लिक स्कूल कार्मिक नगर, डीएवी स्कूल कोयला नगर, धनबाद पब्लिक स्कूल, राज कमल सरस्वती विद्या मंदिर समेत अन्य कई स्कूलों के बच्चे बाहर आ गये. किसी ने कहा दरवाजा हिलने लगा तो कोई पंखा हिलने की बात कह रहा था. पीएमसीएच में रोगी-चिकित्सक, कर्मी सभी भवन से बाहर आ गये.
क्या है कारण : भूमि के अंदर टेटोनिक प्लेट क्रेक करना भूकंप का कारण बताया गया है.
इससे पहले कब-कब : इससे पहले भी छह नवंबर को भूकंप आया था. तीव्रता 2.0 थी. केंद्र था हजारीबाग टुंडी के बीच जयजुरी में. गत 9 नवंबर को तीव्रता 2.7 केंद्र थी. केंद्र था बांका के पास सिमुतल्ला में. इन दोनों भूकंप की तीव्रता कम रहने के कारण उसे महसूस नहीं किया गया. राज्य में इस वर्ष 30-40 भूकंप की घटनाएं हो चुकी है
जो पहले की तुलना में काफी अधिक है.
क्या है चिंता का विषय : राज कुमार प्रसाद के अनुसार राज्य में भूकंप की बढ़ रही घटना यह संकेत दे रही है कि भविष्य में बड़ा भूकंप के भी आसार हैं. धनबाद सेस्मिक जोन थ्री के अंतर्गत है जो भूकंप के नजरिये से खतरनाक माना जाता है.