धनबाद: कोयला राज्य मंत्री प्रतीक प्रकाश बापू पाटिल जी जरा इधर नजरें इनायत करें. कोयला आधारित उद्योग को यहां बढ़ावा नहीं मिल रहा है. भारत कोकिंग कोल लिमिटेड की बेरुखी इसका प्रमुख कारण है. इंडस्ट्रीज एंड कॉमर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष बीएन सिंह ने कहा कि यह कंपनी न जाने क्यों हमारे साथ न्याय नहीं करती. पिछले कुछ वर्षो में इस उद्योग की मुश्किलें बढ़ी है. कोयला उद्योग के राष्ट्रीयकरण के बाद हार्डकोक उद्योग विकसित हुआ और इसका उद्देश्य था इस क्षेत्र का औद्योगिक एवं आर्थिक विकास.
शुरुआती दौर में ऐसा हुआ भी और हमारा यह कोयला आधारित उद्योग इस क्षेत्र के कई हजार परिवारों का प्रत्यक्ष या परोक्ष रुप से जीविका का माध्यम बना. लेकिन कोल इंडिया की बेरुखी के कारण इंडस्ट्रीज की हालत खराब होने लगी. नयी कोयला वितरण नीति के नाम पर बनी नीतियों ने हमारी स्थिति और भी विकट बना दी.
नयी कोयला वितरण नीति में जितना कुछ हमें देने का वायदा किया गया, वह सब भ्रामक साबित हो रहा है. आवश्यकता के अनुसार कोयला नहीं मिलने के कारण कई इंडस्ट्रीज बंद हो गये. कुछ ऑक्सीजन पर चल रहे हैं.