रेल : मजाक बना अच्छे दिन का वादा

धनबाद : अच्छे दिन का वादा करने वाली सरकार से रेल यात्री काफी खफा हैं. दिन प्रतिदिन रेल यात्रा महंगी होती जा रही है. आम यात्री से लेकर खास यात्रियों की जेब पर अब डाका पड़ रहा है. सरकार बड़े तो बड़े बच्चों पर भी महंगाई की चोट करने का एलान कर चुकी है. जो […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 25, 2015 5:54 AM

धनबाद : अच्छे दिन का वादा करने वाली सरकार से रेल यात्री काफी खफा हैं. दिन प्रतिदिन रेल यात्रा महंगी होती जा रही है. आम यात्री से लेकर खास यात्रियों की जेब पर अब डाका पड़ रहा है.

सरकार बड़े तो बड़े बच्चों पर भी महंगाई की चोट करने का एलान कर चुकी है. जो बच्चे फ्री व हाफ टिकट पर बर्थ में सो कर जाते थे, अब उसके अभिभावक को सीट लेने के लिए पूरा किराया चुकाना पड़ेगा. ऐसे में आम यात्रियों के लिए सरकार महंगी साबित हो रही है.

धीरे-धीरे कर बढ़ायी महंगाई : रेल मंत्रालय धीरे-धीरे यात्रियों की जेब खाली कर रहा है. प्लेटफॉर्म टिकट पांच रुपया से बढ़ा कर दस रुपया कर दिया गया. स्वच्छ भारत अभियान पर 0.5 प्रतिशत सर्विस टैक्स किया गया. न्यूनतम किराया पांच से बढ़ा कर 10 रुपया किया गया. सामान्य ट्रेनों की कुछ सीटों को तत्काल प्रीमियम बना दिया गया.
अब यात्रियों को उसी ट्रेन में कई गुणा महंगा टिकट लेकर सफर करना पड़ रहा है. टिकट रद्द करने के नियम भी बदल दिये. 48 घंटा से लेकर 12 घंटा पहले टिकट रद्द करने पर 25 प्रतिशत कटौती, ट्रेन खुलने के पहले 12 से 4 घंटा के बीच टिकट रद्द करने पर 50 प्रतिशत व ट्रेन खुलने के चार घंटे के बाद टिकट रद्द करने पर राशि नहीं लौटायी जायेगी. वहीं 25 दिसंबर से तत्काल टिकट भी महंगा कर दिया गया.

Next Article

Exit mobile version