अनुराग जगताप का गुमशुदगी मामला: सीआइडी ने आइएसएम प्रबंधन से मांगी जानकारी
धनबाद: पिछले 14 दिनों से गायब आइएसएम में बीटेक मैथेमैटिक्स के छात्र अनुराग जगताप मामले की जांच पश्चिम बंगाल की सीआइडी ने शुरू की है. अनुराग अपने घर पुणे जाने के क्रम में हावड़ा स्टेशन से अचानक गायब हो गया था. सीआइडी के अधिकारियों ने आइएसएम प्रबंधन से संपर्क कर अनुराग से संबंधित कई जानकारियां […]
धनबाद: पिछले 14 दिनों से गायब आइएसएम में बीटेक मैथेमैटिक्स के छात्र अनुराग जगताप मामले की जांच पश्चिम बंगाल की सीआइडी ने शुरू की है.
अनुराग अपने घर पुणे जाने के क्रम में हावड़ा स्टेशन से अचानक गायब हो गया था. सीआइडी के अधिकारियों ने आइएसएम प्रबंधन से संपर्क कर अनुराग से संबंधित कई जानकारियां मांगी हैं. छात्र की व्यक्तिगत जानकारियों के आधार पर टीम जांच कर दायरा बढ़ायेगी. आइएसएम सूत्रों ने बताया कि सीआइडी के अधिकारी अनुराग के दोस्तों व रूम पार्टनर से भी मिल कर जानकारी हालसि करना चाहती है. हालांकि यह अभी संभव नहीं दिख रहा, क्योंकि संस्थान में अभी छुट्टियां चल रही हैं. कई दोस्तों के मोबाइल स्वीच्ड ऑफ आ रहे हैं.
पूरे मामले में केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री स्मृति जुबिन ईरानी के हस्तक्षेप के बाद आइएसएम प्रबंधन भी रेस दिख रहा है.
ट्विटर पर दें कोई भी जानकारी : अनुराग मामले में आइएसएम छात्रों व इसके करीबियों द्वारा सोशल साइट्स पर चलायी गयी मुहिम का असर होता दिख रहा है. रेल मंत्रालय भी हरकत में आ गया है. मंत्रालय ने ट्विट कर अनुराग के बारे में कोई भी जानकारी देने की अपील आम जनता से की है. रेलवे सूत्रों ने बताया कि अपील के बाद कोई क्लू मिलता है तो जांच में मदद मिलेगी. साथ ही अनुराग का पता चलने पर लोगों को रेलवे स्टेशन या प्रबंधन से संपर्क करने को कहा गया है. हावड़ा से पुणे तक के सभी स्टेशनों को अलर्ट कर दिया गया है.
मां-पिता आइएसएम पहुंचे : बेटे के गायब होने के बाद परेशानहाल अनुराग के पिता भरत जगताप व मां वर्षा भरत जगताप के शुक्रवार को आइएसएम पहुंचने की सूचना है. अनुराग के एक साथी ने बताया कि उसके पिता, जो बीएसएफ कर्मी हैं, कि छुट्टी समाप्त हो चुकी है, इसलिए वह लौटने वाले हैं. 18 दिसंबर को आखिरी बार सुबह 9.30 बजे अनुराग ने अपनी मां से मोबाइल पर बात की थी कि 20 मिनट बाद 9.50 में पुणे के लिए उसकी ट्रेन है. फिर 10.30 बजे फोन किया गया तो उसका मोबाइल स्वीच्ड ऑफ आ रहा था.