फेडरल बैंक को तीन करोड़ की चपत
धनबाद: लोन लेने के लिए नकली गोल्ड जमा कर फेडरल बैंक को करीब तीन करोड़ रुपये की चपत लगाने का मामला प्रकाश में आया है. यह मामला फेडरल बैंक की धनबाद व गोविंदपुर शाखा का है. बैंक के रीजनल व हेड ऑफिस को भी इसकी सूचना दी गयी है. सोमवार को बैंक के रीजनल अधिकारी […]
धनबाद: लोन लेने के लिए नकली गोल्ड जमा कर फेडरल बैंक को करीब तीन करोड़ रुपये की चपत लगाने का मामला प्रकाश में आया है. यह मामला फेडरल बैंक की धनबाद व गोविंदपुर शाखा का है.
बैंक के रीजनल व हेड ऑफिस को भी इसकी सूचना दी गयी है. सोमवार को बैंक के रीजनल अधिकारी धनबाद पहुंचे और जांच को अंतिम रूप दी. अधिकारियों ने बैंक के लिए वैल्यूअर का काम करने वाले कुंदन कुमार ठाकुर पर एफआइआर की रणनीति बनायी. अधिवक्ता से इस मामले में बातचीत की. बैंक अधिकारी पूरे प्रकरण में कुछ भी बोलने से कतरा रहे हैं. धनबाद शाखा प्रबंधक गौतम ने कहा कि मामला आंतरिक है, जांच हो रही है. वह फिलहाल प्रेस को कुछ नहीं बता सकते हैं.
कैसे लगायी चपत : जानकारों के अनुसार, बैंक के अधिकृत वैल्यूअर कुंदन ने ग्राहकों से मिल कर यह धोखाधड़ी की है. इसमें बैंक के कुछ कर्मियों की भूमिका भी संदिग्ध है. वैल्यूअर गायब है. लगभग दो वर्ष पहले फेडरल बैंक की धनबाद ब्रांच व छह माह पूर्व गोविंदपुर ब्रांच में गोल्ड लोन योजना शुरू हुई थी. किराये के मकान में रहने वाले कुंदन कुमार ठाकुर, जिसके संबंधी की आभूषण दुकान है, को बैंक ने अपना वैल्यूअर नियुक्त किया. शातिर दिमाग कुंदन ने अपने लोगों को सेट कर फेडरल बैंक की धनबाद शाखा में उनका खाता खुलवाया. खाता में ट्रांजेक्शन भी होता रहा. इधर कुंदन ने नकली गोल्ड को असली बता उसे बैंक में जमा करवाना शुरू किया. चूंकि वह अधिकृत वैल्यूअर था, इसलिए बैंक को जरा भी शक नहीं हुआ.
बैंक की दोनों शाखाओं ने गोल्ड के एवज में लगभग 50 लोगों को लोन दिये. धनबाद में करीब दो करोड़ तथा गोविंदपुर में लगभग एक करोड़ के लोन दिये गये.
लोन जमा नहीं होने पर हुई शंका
जब खाताधारकों ने निर्धारित अवधि में लोन जमा कर अपना गोल्ड लेने के लिए संपर्क नहीं किये, तब बैंक अधिकारियों ने उनसे संपर्क करना शुरू किया. 50 लोनधारकों से संपर्क नहीं हुआ. बैंक ने चेतावनी भी दी कि रकम नहीं जमा करने पर सोना नीलाम किया जायेगा. इसी बीच वैल्यूअर गायब हो गया. बैंक के अधिकारी लोन लेने वालों के घर गये. कई लोगों ने अधिकारी को बताया कि पैसे तो कुं दन ने रख लिये. कई लोग बैंककर्मी से उलझ भी गये. बैंक को लगा कि गड़बड़ी है. दूसरे वैल्यूअर को बुलवा कर सोना जांच करवायी, तो मामले का पटाक्षेप हो गया. ऊपर से सोना दिखने कुछ और था. इसके बाद बैंक कर्मियों में हड़कंप मच गयी. दोनों शाखाओं में कुंदन द्वारा वैल्यू किया गया सोना नकली निकला है. कुंदन का फोन स्विच ऑफ आ रहा है. बैंक की जांच में यह पता चला है कि कई ग्राहकों के साथ भी वैल्यूअर ने चिटिंग की. लोगों के असली सोना में अपना नकली सोना मिला सही का वैल्यूएशन किया. ऐसे कुछ लोग कुंदन की भी रकम खुद जमा कर रहे हैं.