छुट्टी लेकर रेल इंजीनियरों का धरना

धनबाद : सातवें वेतन आयोग की सिफारिशों के खिलाफ बुधवार को इस्ट सेंट्रल रेलवे इंजीनियर्स एसोसिएशन की ओर से डीआरएम कार्यालय के समक्ष धरना-प्रदर्शन किया गया. अांदोलन का आह्वान अखिल भारतीय रेल अभियंता संघ ने किया था. इसमें धनबाद रेल मंडल के विभिन्न सेक्शन से इंजीनियर छुट्टी लेकर शामिल हुए. धरना-प्रदर्शन के बाद डीआरएम को […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 21, 2016 6:50 AM

धनबाद : सातवें वेतन आयोग की सिफारिशों के खिलाफ बुधवार को इस्ट सेंट्रल रेलवे इंजीनियर्स एसोसिएशन की ओर से डीआरएम कार्यालय के समक्ष धरना-प्रदर्शन किया गया. अांदोलन का आह्वान अखिल भारतीय रेल अभियंता संघ ने किया था. इसमें धनबाद रेल मंडल के विभिन्न सेक्शन से इंजीनियर छुट्टी लेकर शामिल हुए. धरना-प्रदर्शन के बाद डीआरएम को ज्ञापन सौंपा गया.

नहीं मिलती पदोन्नति : एसो. के मंडल अध्यक्ष आरके सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि सातवें वेतन आयोग की त्रुटिपूर्ण अनुशंसाओं एवं रेलवे की गलत नीतियों के कारण आज रेल अभियंता, जूनियर इंजीनियर और सेक्शन इंजीनियर घोर निराशा में हैं, जिससे भविष्य में रेल संरक्षा पर बुरा प्रभाव पड़ने का खतरा है. देश भर में प्रतिदिन दो करोड़ से ज्यादा लोगों की सुरक्षित रेल यात्रा की जिम्मेदारी हमारे कंधों पर होती है और किसी भी तरह की त्रुटि होने पर हम दंड के भागी होते हैं.
लेकिन पूरे सेवा काल में जूनियर इंजीनियर को एकमात्र प्रोन्नति तथा एसएसआइ को कोई भी प्रोन्नति नहीं दी जाती. जबकि केंद्र सरकार के अन्य विभागों एवं राज्य सरकार के विभागों में भी इनके समकक्ष जूनियर इंजीनियर एवं असिस्टेंट इंजीनियर को क्रमश: ग्रुप बी एवं ग्रुप बी राजपत्रित का दर्जा प्राप्त है. पर रेल में इन्हें ग्रुप सी में रखा गया है जो रेल की निम्नतम श्रेणी है. सातवें वेतन आयोग की अनुसंशाओं से इंजीनियर्स का मनोबल काफी गिरा हुआ है और क्षुब्ध रेल इंजीनियर्स को लेकर रेल के ड्रीम प्रोजेक्ट्स एवं बुलेट ट्रेन का सपना पूरा होना संभव नहीं लगता है.
मजदूर व इंजीनियर एक ही श्रेणी में : संघ के मंडल सचिव केदार प्रसाद ने कहा कि केंद्र सरकार के सभी विभागों ने गजट नोटिफिकेशन का अनुपालन किया गया पर रेलवे में यह अंशत: लागू किया गया. आज मजदूर और इंजीनियर एक ही श्रेणी ग्रुप सी में कार्य कर रहे हैं. गैरतकनीकी पद जैसे नर्स, शिक्षक और लेखापाल आदि का रेल संरक्षा में जिम्मेदार नगण्य है, फिर भी उन्हें इंजीनियर से अधिक वेतन प्राप्त है.
धरना में मुख्य रूप से डीके सिंह, आरके सिंह, हरिश कुमार, मणिकांत, राजकमल, संतोष कुमार, संजय कुमार, एके दूबे, पीके मुखोपद्दाय, पीके साहू, आरके प्रसाद सहित सैकड़ों इंजीनियर मौजूद थे.
गोमो शेड में नारेबाजी : गोमो. गोमो शेड में रेलवे के इंजीनियरों ने अपनी मांगों को लेकर नारेबाजी की और धनबाद में आयोजित होने वाले धरना-प्रदर्शन के लिए रवाना हुए़ वहीं कई इंजीनियरों ने बुधवार को काला बिल्ला लगा कर ड्यूटी की. मौके पर माइकल लकड़ा, लाल सिंह, एसके दुबे, शैलेंद्र कुमार, एमपी सिंह, विवेकानंद, एसपी सिंह, स्वरूप घोष, राम नारायण, पीके मुखर्जी, एन बख्शी, मनोज कुमार आदि मौजूद थ़े

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