सिंफर एवं कृष्णा नगर के लोगों में तनाव बढ़ा

धनबाद : रास्ता को ले कर सिंफर प्रबंधन एवं कृष्णा नगर के नागरिकों के बीच तनाव बढ़ गया है. दोनों ही पक्ष एक-दूसरे के खिलाफ आरोप लगा रहे हैं. दूसरी तरफ, सिंफर निदेशक के साथ हुए दुर्व्यवहार के बाद जिला प्रशासन ने संस्थान की सुरक्षा बढ़ा दी है. क्या है मामला : गुरुवार को कृष्णा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 29, 2016 6:45 AM

धनबाद : रास्ता को ले कर सिंफर प्रबंधन एवं कृष्णा नगर के नागरिकों के बीच तनाव बढ़ गया है. दोनों ही पक्ष एक-दूसरे के खिलाफ आरोप लगा रहे हैं. दूसरी तरफ, सिंफर निदेशक के साथ हुए दुर्व्यवहार के बाद जिला प्रशासन ने संस्थान की सुरक्षा बढ़ा दी है.

क्या है मामला : गुरुवार को कृष्णा नगर के 15-20 लोग अचानक सिंफर निदेशक के चैंबर में वार्ता के लिए पहुंच गये. जेवीएम की रेखा मंडल, पूर्व पार्षद प्रफुल मंडल, तारापद मंडल, जगबंधु मंडल के नेतृत्व में पहुंचे लोगों ने निदेशक से रास्ता देने की मांग की. निदेशक ने कहा कि यह उनके अधिकार क्षेत्र में नहीं है. जो रास्ता व व्यवस्था पहले से है, उसमें बदलाव नहीं हो सकता. इसके बाद तनाव उत्पन्न हो गया.
सिंफर के एओ संजय कुमार के अनुसार कुछ लोगों ने निदेशक को अपशब्द कहे. उन्हें चेंबर में बंद करने की धमकी दी. तीखी बहस हुई. कुछ लोगों के समझाने के बाद कृष्णा नगर के लोग बाहर निकल गये. इसके बाद जब सिंफर निदेशक संस्थान से बाहर जा रहे थे तो गेट नंबर दो पर कृष्णा नगर के लोगों ने उनका रास्ता रोकने की कोशिश की. गेट के समीप धरना दिया. बाद में पुलिस पहुंची. रास्ता को खाली कराया.
सिंफर प्रबंधन की आपात बैठक :
शाम में सिंफर के सभी विभागाध्यक्षों की एक आपात बैठक निदेशक डॉ पीके सिंह की अध्यक्षता में हुई. बैठक में एक स्वर से चेंबर परिसर में निदेशक के साथ अभद्र व्यवहार की निंदा की गयी. सिंफर अधिकारियों एवं कर्मियों ने इसे गुंडागर्दी करार दिया. जिला एवं पुलिस प्रशासन से सुरक्षा की मांग की गयी.
रास्ता मांगना कोई गुंडागर्दी नहीं : दूसरी तरफ, कृष्णा नगर के लोगों ने मीडिया कर्मियों से कहा कि रास्ता मांगना कोई गुंडागर्दी नहीं है. पिछले 60-70 वर्षों से उसी रास्ते से आ-जा रहे हैं. सिंफर प्रबंधन सुरक्षा के नाम पर उन लोगों के साथ अन्याय कर रहा है. प्रबंधन रास्ता नहीं दे सकता तो यहां के लोगों को सिंफर में नौकरी दे.

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