ऑन लाइन होंगे रेलवे के टेंडर
धनबाद : रेलवे के ठेके में बाहुबलियों के दिन अब लदने वाले हैं. ठेका मैनेज कर लाखों-करोड़ों कमाने वाले आपराधिक तत्वों पर जल्द ही नकेल लगने वाली है. रेलवे जल्द ही सभी टेंडर खास कर सिविल वर्क्स से जुड़े टेंडर को ऑन लाइन करने जा रही है. इसके बाद देश भर के ठेकेदार कहीं से […]
धनबाद : रेलवे के ठेके में बाहुबलियों के दिन अब लदने वाले हैं. ठेका मैनेज कर लाखों-करोड़ों कमाने वाले आपराधिक तत्वों पर जल्द ही नकेल लगने वाली है. रेलवे जल्द ही सभी टेंडर खास कर सिविल वर्क्स से जुड़े टेंडर को ऑन लाइन करने जा रही है. इसके बाद देश भर के ठेकेदार कहीं से भी अपना टेंडर डाल सकते है और इसकी भनक न तो गैंगस्टर को लगेगी और न ही अधिकारियों को पता चलेगा.
जल्द ऑन लाइन होगा टेंडर : रेलवे सूत्रों के अनुसार एक महीने के अंदर ही सभी टेंडर ऑनलाइन हो जायेंगे. इसके बाद पूरे देश की कंपनियां इसमें भाग ले सकेंगी. इससे ठेके को लेकर स्थानीय नेता और क्रिमिनल्स के बीच की सांठगांठ खत्म होगी. ऑनलाइन सिस्टम से ठेकेदारी दिए जाने से पारदर्शिता भी आयेगी. करप्शन में भी कमी आयेगी.
टेंडर पर रहती है गैंग्स व छोटे सरकार की नजर : धनबाद रेल मंडल में करोड़ों का टेंडर प्रतिवर्ष निकलता है. आम तौर पर गैंग्स ऑफ वासेपुर व बिहार के कई बाहुबली नेताओं की इस पर पैनी नजर रहती है. ठेके को लेकर धनबाद रेल मंडल में कई हत्याएं तक हो चुकी है. खून-खराबे के डर से कई ठेकेदार रेलवे के काम से दूर रहते हैं. इससे गुणवत्ता पर भी असर पड़ता है.