राजनीति. छह सूत्री मांगों को लेकर जेवीएम ने निकाली रैली, बोले बाबूलाल
नहीं मिल रहा गरीबों को राशन धनबाद : छह सूत्री मांगों को लेकर जेवीएम ने पूर्वघोषित कार्यक्रम के तहत गुरुवार को जगजीवन नगर से रैली निकाली और डीसी कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन किया. डीसी की अनुपस्थिति में एडीएम को ज्ञापन सौंपा गया. कार्यक्रम में पूर्व मुख्यमंत्री बाबू लाल मरांडी, डॉ सबा अहमद, जिलाध्यक्ष ज्ञान रंजन […]
नहीं मिल रहा गरीबों को राशन
धनबाद : छह सूत्री मांगों को लेकर जेवीएम ने पूर्वघोषित कार्यक्रम के तहत गुरुवार को जगजीवन नगर से रैली निकाली और डीसी कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन किया. डीसी की अनुपस्थिति में एडीएम को ज्ञापन सौंपा गया. कार्यक्रम में पूर्व मुख्यमंत्री बाबू लाल मरांडी, डॉ सबा अहमद, जिलाध्यक्ष ज्ञान रंजन सिन्हा सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता शामिल थे. लौटने के क्रम में बाबूलाल ने रणधीर वर्मा चौक पर प्रदर्शनकारियों को संबोधित किया.
क्या हैं मांग : जेवीएम की मांगों में खाद्य सुरक्षा कानून के तहत निर्देशित परिवाराें को कार्ड, राशन-किरासन देनेे, संविधान की धारा 13(3)के तहत झारखंड की सारी नौकरियों को 20 वर्ष तक आरक्षित करने तथा स्थानीय एवं नियोजित नीति घोषित करने, बेसिल सहित सभी ननबैंकिंग कंपनियों द्वारा गरीबों के लूटे गये रुपये वापस करने, भू अर्जन घोटाला की सीबीआइ जांच कराने एवं बीसीसीएल द्वारा अर्जित जमीन के बदले नियोजन देने तथा फुटपाथ दुकानदारों को विस्थापन के पहले पुनर्वास करने की मांग शामिल है.
बोले बाबूलाल : नन बैंकिंग कंपनियों ने गरीब जनता के खून-पसीने की कमाई लूट ली. केंद्र और राज्य सरकार कुछ भी कुछ नहीं कर रही है. अब इसके लिए बड़ी लड़ाई लड़ने की जरूरत है. भाजपा की सरकार इतनी आसानी से सुनने वाली भी नहीं है. हमलोगों को ऐसा करना होगा कि सरकार का चलना मुश्किल हो जाए. राज्य में गरीबों को राशन नहीं मिल रहा है. प्राइवेट स्कूलों में गरीब बच्चों को शिक्षा देेने के लिए कानून बने, लेकिन उसका पालन नहीं हो रहा है. मुबंई में मेक इन इंडिया की बातें हो रही है. झारखंड की बात नहीं हो रही है. मुख्यमंत्री भी झारखंड में अडाणी और अंबानी को उद्योग लगाने के लिए न्योता दे रहे हैं. जबकि सीएम को यहां जो उद्योग लगे हैं, उसकी हालत क्या है और उसमें सुधार कैसे हो इस पर चर्चा करनी चाहिए थी.
अनशन समाप्त कराया : बेसिल संचालकों की संपत्ति जब्त करने और रकम निवेशकों को लौटाने की मांग को लेकर चार दिनों से रणधीर वर्मा चौक पर अनशन पर बैठे बेसिल कार्यकर्ताअों और जेवीएम नेता रमेश राही से बाबूलाल ने कहा कि भूखे जान देेने से कोई फायदा नहीं है. सरकार सुनने वाली नहीं है. इसलिए भूख हड़ताल तोड़िए और बड़े आंदोलन की तैयारी कीजिए. उन्होंने जूस पिलाकर अनशन समाप्त कराया.
जेवीएम के केंद्रीय सचिव रमेश राही ने कहा कि 18 मार्च तक राज्य सरकार को कार्रवाई करने का मौका देते हैं. इसके 15 दिनों बाद जेल भरो अभियान चलाया जायेगा. तिथि की घोषणा चार-पांच अप्रैल को की जायेगी.
सुबह से ही जाम था रणधीर वर्मा चौक : रणधीर वर्मा चौक को सुबह 10 बजे से ही जाम कर दिया गया था. बेसिल के खिलाफ चल रहे अनशन को समर्थन देने दूर-दूर से लोग आये हुए थे. सभी लोग चादर बिछाकर सड़क पर बैठ गये थे. सीओ-सह-बीडीओ एवं अन्य दंडाधिकारी आये और एक बजे के आसपास एक तरफ का जाम हटाया. पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल 2.25 बजे रैली लेकर सीधे डीसी कार्यालय पहुंचे. लौटकर रणधीर वर्मा चौक पर रुके.