आइआइटी का वादा शीघ्र करूंगी पूरा
आइएसएम का 37वां दीक्षांत समारोह. केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति जुबिन ईरानी ने कहा धनबाद : आइएसएम को आइआइटी का संवैधानिक दर्जा बहुत जल्द दिला कर अपना वादा पूरा करूंगी. यह प्रक्रिया अंतिम मुकाम में है. ये भरोसा केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति जुबिन ईरानी ने दिया. वह शुक्रवार को संस्थान के लोअर […]
आइएसएम का 37वां दीक्षांत समारोह. केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति जुबिन ईरानी ने कहा
धनबाद : आइएसएम को आइआइटी का संवैधानिक दर्जा बहुत जल्द दिला कर अपना वादा पूरा करूंगी. यह प्रक्रिया अंतिम मुकाम में है. ये भरोसा केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति जुबिन ईरानी ने दिया. वह शुक्रवार को संस्थान के लोअर ग्राउंड में 37वें दीक्षांत समारोह को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहीं थीं. श्रीमती ईरानी ने कहा कि देश के पुराने तकनीकी संस्थानों में से एक आइएसएम के इस दीक्षांत समारोह में शामिल होकर मैं खुद को गौरवान्वित महसूस कर रही हूं.
विश्व को दिया गुणवत्तापूर्ण मानव संसाधन : श्रीमती ईरानी ने कहा कि इस संस्थान का भू-विज्ञान एवं ऊर्जा के क्षेत्र में महती योगदान है. इस संस्थान ने खनिज एवं इससे संबद्ध प्रौद्योगिकी प्रशिक्षण के क्षेत्र में विश्व को गुणवत्तापूर्ण मानव संसाधन प्रदान किया है. उन्होंने बताया कि किसी राष्ट्र की आर्थिक समृद्धि खनिज और उसके वैज्ञानिक संसाधन पर निर्भर करती है. ईसा पूर्व 400 वर्ष पहले कौटिल्य ने अपने अर्थशास्त्र में कहा था कि खनन और खनिज देश की शांति और समृद्धि के स्रोत हैं. भारतीय खनि विद्यापीठ का इस क्षेत्र में अहम योगदान है.
शिक्षा मानव संबंधों की बेहतरी के लिए : नैतिक शिक्षा पर बल देते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि शिक्षा को मानवीय मूल्यों को जगाने तथा मानव संबंधों की बेहतरी का साधन बनाना चाहिए.
स्टूडेंट्स समाज कल्याण की दिशा में भी काम करें. उन्होंने आइएसएम की 90 वर्षों की परंपरा को आगे बढ़ाने पर बल देते हुए संस्थान के उज्ज्वल भविष्य की कामना की. मंच पर सांसद पीएन सिंह, राज्य की शिक्षा मंत्री नीरा यादव, चेयरमैन प्रो डीडी मिश्रा, निदेशक प्रो डीसी पाणिग्रही, डीजीएमएस के डीजी राहुल गुहा, कुल सचिव कर्नल (रिटायर्ड) एमके सिंह भी उपस्थित थे.