हाउसिंग कॉलोनी. ढाई हजार से अधिक लोगों को नहीं मिल रहा जरूरत भर पानी
बोर्ड है, निगम है फिर भी जल संकट हाउसिंग बोर्ड है, नगर निगम है, फिर भी हाउसिंग कॉलोनी में जल संकट है. क्योंकि बोर्ड ने हाथ खड़े कर दिये हैं और नगर निगम जलापूर्ति व्यवस्था को हाथ में नहीं लेना चाहता. इधर भूमिगत जल स्तर नीचे चला गया है. धनबाद : शहर के बीचोबीच बसी […]
बोर्ड है, निगम है फिर भी जल संकट
हाउसिंग बोर्ड है, नगर निगम है, फिर भी हाउसिंग कॉलोनी में जल संकट है. क्योंकि बोर्ड ने हाथ खड़े कर दिये हैं और नगर निगम जलापूर्ति व्यवस्था को हाथ में नहीं लेना चाहता. इधर भूमिगत जल स्तर नीचे चला गया है.
धनबाद : शहर के बीचोबीच बसी हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में इन दिनों गंभीर जल संकट है. लोग हर रोज पानी की समस्या से दो-चार हो रहे हैं. ग्राउंड वाटर का स्तर जहां नीचे चला गया है, वहीं सप्लाई का पानी ग्राउंड फ्लोर से ऊपर नहीं जाता है. कुछेक को छोड़ अधिकांश चापाकल सूख चुके हैं या खराब पड़े हैं. जबकि पानी की जर्जर टंकियां खतरा बन चुकी हैं. भीषण गरमी में लोग नगर निगम, हाउसिंग बोर्ड के साथ साथ सरकार को भी कोस रहे हैं.
संकट में आधी कॉलोनी : कॉलोनी में सबसे अधिक प्रभावित जनता फ्लैट, आइएसएच एवं एलआइजी के लोग हैं. कॉलोनी में एलआइजी के करीब 324, आइएसएच के 110 एवं लगभग 112 जनता फ्लैट हैं. सभी भवन तीन-तीन तल में हैं. इस तरह कॉलोनी की बड़ी आबादी को पानी समस्या है.
नहीं लिया हैंड ओवर : गरमी आते ही परेशानी शुरू हो जाती है. कुछ परिवारों ने डीप बोरिंग करायी है, पर ग्राउंड वाटर में टीडीएस काफी अधिक है. लोग पीने के लिए मैथन का पानी पसंद करते हैं. हाउसिंग बोर्ड पानी देने में अब सक्षम नहीं है और नगर निगम ने अब तक हैंड ओवर नहीं लिया है.