धनबाद: वाणिज्यकर विभाग के जटिल नियमों पर कारोबारी जम कर बरसे. उनका कहना था : पांच लाख सालाना कारोबार पर रजिस्ट्रेशन क्यों. एक पान दुकानदार सालाना पांच लाख से अधिक का कारोबार करता है. पांच लाख की आड़ में वाणिज्यकर पदाधिकारी व्यवसायियों का भयादोहन करते हैं. नियम में संशोधन की आवश्यकता है.
इसकी सीमा कम से कम 20 लाख की जानी चाहिए. वाणिज्यकर से संबंधित समस्या व निराकरण पर जिला चेंबर का अग्रसेन भवन पुराना बाजार में गुरुवार को खुला मंच का कार्यक्रम था. सभी ट्रेड के व्यवसायियों ने अपनी-अपनी समस्याएं रखी और सुझाव दिये. स्थानीय स्तर की समस्या को संयुक्त आयुक्त व राज्य स्तरीय समस्या को वाणिज्यकर मंत्री व सचिव के समक्ष रखने का निर्णय लिया गया. खुला मंच की अध्यक्षता जिला चेंबर अध्यक्ष राजीव शर्मा व संचालन महासचिव राजेश गुप्ता ने की.
ये थे उपस्थित
कार्यक्रम में राजेश दुदानी, चेतन गोयनका, उदय प्रताप सिंह, शिवाशीष पांडे, अशोक अग्रवाल, उपेंद्र गुप्ता, ललित जगनानी, शंकर अग्रवाल, विनय मिश्र, संजय लोधा, राजेश अग्रवाल, सुशील नारनोली, सुदर्शन जोशी, अनिल जैन, विकास अग्रवाल, विकास झांझरिया, विकास कंधवे, भिखू राम अग्रवाल, सुनील तुलस्यान, सुधीर मोदी, शिव शंकर खंडेलवाल, हरीश गंगवानी, ओम प्रकाश अग्रवाल आदि उपस्थित थे.