नवविवाहिता की मौत, मैकेवालों ने पति, सास-ससुर पर किया हमला
पिता का आरोप. दहेज के लिए करते थे बेटी को प्रताड़ित, अंतत: मार डाला सरायढेला थानांतर्गत सुगियाडीह में सुचिमा रक्षित (20) नामक महिला की मौत के बाद मंगलवार को पहुंचे मैकेवालों ने मृतका के पति कन्हाई सेन (22), सास छोबिता सेन (38) और ससुर वरुण सेन (45) पर हमला कर दिया. सास के सिर पर […]
पिता का आरोप. दहेज के लिए करते थे बेटी को प्रताड़ित, अंतत: मार डाला
सरायढेला थानांतर्गत सुगियाडीह में सुचिमा रक्षित (20) नामक महिला की मौत के बाद मंगलवार को पहुंचे मैकेवालों ने मृतका के पति कन्हाई सेन (22), सास छोबिता सेन (38) और ससुर वरुण सेन (45) पर हमला कर दिया. सास के सिर पर गहरे जख्म हैं.
धनबाद : पुलिस ने मैकेवालों की शिकायत पर दहेज हत्या का मामला दर्ज कर तीनों को गिरफ्तार कर लिया है. मृतका के पिता नगरकियारी हीरापुर (गोविंदपुर) निवासी कार्तिक रक्षित ने पुलिस को बताया कि मेरी पुत्री की शादी 30 जून 13 को सुगियाडीह के मिठाई व्यवसायी वरुण सेन के पुत्र कन्हाई सेन से हुयी थी.
शादी के दो वर्ष बाद से मेरी पुत्री को दहेज के लिए ससुराल वाले प्रताड़ित करने लगे. इसकी सूचना कई बार मेरी पुत्री ने फोेन पर भी दी थी. मंगलवार को तड़के 4:30 बजे सुबह मेरे बड़े दामाद दिलीप सेन, जो गोविंदपुर में रहते हैं, ने फोन पर सूचना दी कि सुचिमा की मृत्यु हो गयी. यह सुन हम अपने गांव से बेटी की ससुराल पहुंचे तो देखा हमारी सुचिमा जमीन पर मृत पड़ी थी. उसके शरीर पर व गले में भी कई निशान थे. सुबह होते ही बस्ती के लोगों की भीड़ जमा हो गयी. पड़ोसियों ने पुलिस को सूचना दी. सरायढेला पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया.
फटा सिर लिए बच्चों को दूध पिलाती रही दादी
कन्हाई की मां थाना में घंटो खून से लथपथ बैठी रही. वह उसी अवस्था में पोता-पोती को दूध पिलाती रही. सिर पर खून जम गया था. पुलिस ने उसे इंज्युरी के लिए शाम को पीएमसीएच भेजा. इधर पुलिस ने पोस्टमार्टम कराकर शव को मृतका के मैके वालों को सौंप दिया गया. वे शव लेकर नगरकियारी चले गये, वहीं दोनों बच्चो को दादी के पास थाना में छोेड़ गये. पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार मौत का कारण हैंगिंग है. लेकिन शरीर के निशानों को देखते हुए पुलिस ने बिसरा सुरक्षित रख लिया है.
पति ने कहा-खुदकुशी कर ली रात में
मृतका के पति कन्हाई ने बताया कि सुचिमा का दिमागी संतुलन कभी-कभी बिगड़ जाता था. हमलोग इलाज करवा रहे थे. हमारे बीच नोक-झोंक होती थी फिर समझौता भी हो जाता था. मेरी पत्नी की सोने की कानबाली टूट गयी थी जिसको लेकर रोज हमारे बीच किचकिच होती थी. मैं कहता था कि पैसे होंगे तो बनवा दूंगा तब तक रोल्ड गोल्ड का ही ले लो. पर वह उसे ही बनवाने की जिद करती थी. मैं अपने पिता की वृंदावन कॉलोनी के पास स्थित मिठाई दुकान में ही सहयोग करता हूं. इसी बात को लेकर सोमवार को मेरी पत्नी ने मुझसे झगड़ा किया तो मैं दुकान चला गया.
रात में घर आया तो देखा सुचिमा ने मेरी मां व पिता को खाना परोसा, लेकिन मुझसे बात नहीं की. मैं भी अपने कमरे में सोने चला गया. अचानक रात में मेरी डेढ़ साल की बेटी खुशी उठकर रोने लगी तो नींद खुलने पर मैंने देखा कि सुचिमा गले में साड़ी का फंदा डालकर पंखे से लटक रही है. मैंने अपने मां-पिताजी को बुलाया. हमलोगों ने देखा तो सुचिमा का शरीर गर्म लग रहा था. उसे नीचे उतारा, पानी भी दिया लेकिन उसकी सांस नही चल रही थी. इतने में सूचना पाकर मेरे ससुराल वाले पहुंच गये और मेरी मां पिता और मुझे बुरी तरह मारा-पीटा. दंपती को एक छ: माह का पुत्र कौशिक भी है.