सेलेक्शन के 10 महीने बाद भी डीटी की पदस्थापना नहीं

बीसीसीएल. इसीएल के जीएम डी गंगोपाध्याय का हुआ है चयन सेलेक्शन के 10 माह बाद भी बीसीसीएल के निदेशक तकनीकी की पदस्थापना नहीं हो सकी है. आलम यह है कि आज बीसीसीएल बिना निदेशक तकनीकी (योजना एवं परियोजना) के ही कार्य कर रहा है. धनबाद : बीसीसीएल के डीटी पद के लिए इसीएल के महाप्रबंधक […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 15, 2016 5:09 AM

बीसीसीएल. इसीएल के जीएम डी गंगोपाध्याय का हुआ है चयन

सेलेक्शन के 10 माह बाद भी बीसीसीएल के निदेशक तकनीकी की पदस्थापना नहीं हो सकी है. आलम यह है कि आज बीसीसीएल बिना निदेशक तकनीकी (योजना एवं परियोजना) के ही कार्य कर रहा है.
धनबाद : बीसीसीएल के डीटी पद के लिए इसीएल के महाप्रबंधक डी गंगोपाध्याय का चयन पब्लिक इंटरप्राइजेज सेलेक्शन बोर्ड (पीइएसबी) द्वारा 10 जुलाई 2015 को किया गया था, लेकिन सीवीसी व विभागीय क्लीयरेंस नहीं मिलने के कारण उनकी पदस्थापना नहीं हो पायी. अब यह कयास लगाया जा रहा है कि निर्देश तकनीकी का चयन नियमत: रद्द हो जायेगा. जनवरी 2016 में तत्कालीन डीटी(पीपी)अशोक सरकार की सेवानिवृत्ति के बाद से यह पद रिक्त है.
रद्द हो सकता है पैनल : बताते हैं कि सेलेक्शन पैनल की वैधता छह माह की होती है. वैधता समय के अंदर किसी कारण से चयनित अधिकारी की पदस्थापना नहीं हो पाती है तो एेसे में उस सेलेक्शन पैनल को नियमत: समाप्त कर दिया जाता है. इसके पश्चात दुबारा रिक्तियां निकाल चयन की प्रक्रिया की जाती है. हालांकि डीटी के सेलेक्शन पैनल के रद्द किये जाने के संबंध में चयन समिति द्वारा कोई निर्देश जारी नहीं किया गया है.
पैनल में कौन हैं शामिल : बीसीसीएल के डीटी पद के लिए पीइएसबी द्वारा 12 फरवरी 2015 को रिक्तियां निकाली गयी थी. साक्षात्कार 10 जुलाई 2015 को लिया गया था, जिसमें विभिन्न कंपनियों के 11 महाप्रबंधक एसइसीएल के जीएम आरके निगम, कुलदीप प्रसाद व ओपी सिंह, बीसीसीएल के जीएम देवेंद्र प्रसाद, इसीएल के जीएम डी गंगोपाध्याय, एके मिश्रा व एके सिंह, डब्ल्यूसीएल के जीएम टीएन झा, सीएमपीडीआइएल के जीएम एके चक्रवर्ती, एनसीएल के जीएम चंचल गोस्वामी व पीके सिन्हा आदि शामिल थे.
अविलंब हो डीटी की पदस्थापना : कोल माइंस ऑफिसर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया बीसीसीएल शाखा के महासचिव भवानी बंद्योपाध्याय ने कहा कि बीसीसीएल माइंस की भौगोलिक स्थिति काफी संवेदनशील है. यहां दोनों निदेशक तकनीकी आवश्यक है. कोयला मंत्रालय अविलंब सकारात्मक कदम उठाते हुए जल्द डीटी की पदस्थापना करे, ताकि बीसीसीएल का कार्य सुचारु तरीके से चल सके.

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