पंचायत सेवक पंचायत में रहें या इस्तीफा दें

धनबाद : उपायुक्त कृपांनद झा ने कहा कि पंचायत सेवक पंचायतों में रहने की आदत डालें अन्यथा इस्तीफा देकर कोई दूसरा रोजगार ढ़ूंढ़ लें. वह शनिवार को न्यू टाउन हॉल में मनरेगाकर्मियों के उन्मुखीकरण के लिए आयोजित जिला स्तरीय कार्यशाला को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि मनरेगा एक बहुआयामी योजना है. इसे ग्रामीण […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 22, 2016 8:34 AM
धनबाद : उपायुक्त कृपांनद झा ने कहा कि पंचायत सेवक पंचायतों में रहने की आदत डालें अन्यथा इस्तीफा देकर कोई दूसरा रोजगार ढ़ूंढ़ लें. वह शनिवार को न्यू टाउन हॉल में मनरेगाकर्मियों के उन्मुखीकरण के लिए आयोजित जिला स्तरीय कार्यशाला को संबोधित कर रहे थे.
उन्होंने कहा कि मनरेगा एक बहुआयामी योजना है. इसे ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों से जोड़ें. इसमें पंचायत सेवकों एवं मुखिया की भूमिका अहम है. ग्रामीण क्षेत्रों की आबादी साढ़े 12 लाख है और इसमें चार लाख लोग आज भी बेरोजगार हैं. ऐसे लोगों को रोजगार से जोड़ना है. उन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों के एक-एक परिवार का प्रोफाइल बनाने का निर्देश दिया. कहा कि जब उनके बारे में पूरी जानकारी रहेगी तभी ऐसे लोगों को रोजगार से जोड़ा जा सकता है. जब लोग रोजगार से जुड़ेंगे तो उनकी शिक्षा बढ़ेगी, क्रय शक्ति बढ़ेगी.
उन्होंने कहा कि रोजगार से जोड़ने की दिशा में आज भी महिलाओं की भागीदारी बहुत कम है. जब पुरुष कमाता है तो अपने परिवार पर कम खर्च करता है. लेकिन जब एक महिला की आमदनी बढ़ती है तो पूरे परिवार के काम आता है.
अभी मजदूरों की कमी नहीं है इसलिए भी बाहर में भी उन्हें न्यूनतम मजदूरी नहीं मिलती. अगर लोग मनरेगा से जुड़ जायेंगे तो बाहर काम करने वालों की कमी होगी और तब उन्हें न्यूनतम मजदूरी से भी ज्यादा मिलने लगेगा. उन्होंने मुखिया से मुखातिब होते हुए कहा कि आप पर भी बहुत जवाबदेही है. मुखिया ही एकमात्र ऐसे जनप्रतिनिधि हैं जिनमें एग्जिक्यूटिव पावर समाहित होता है. सांसद, विधायक, सीएम, मंत्री से लेकर पीएम तक को चेक काटने का अधिकार नहीं होता है, लेकिन प्रशासनिक अधिकारियों की तरह ही मुखिया चेक काटते हैं. ऐसे में वे लोग भी कोताही नहीं बरतें. अगर कोई गलती करते हैं तो उन्हें हटाने के लिए अनुशंसा करने में भी वे पीछे नहीं हटें.
इससे पूर्व उप विकास आयुक्त अशोक कुमार सिंह ने मनेरगा के तहत काम मांगो, काम खोजो योजना के बारे में विस्तृत रूप से प्रकाश डाला. कार्यक्रम में रांची से आये अरविंद कुमार ने प्रोजेक्टर के माध्यम से डोभा बनाने से लेकर अन्य तरह की सभी बातें विस्तृत रूप से बतायी. धन्यवाद ज्ञापन मनरेगा के प्रोजेक्ट ऑफिसर प्रभात रंजन ने किया.

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