रिटायर्ड कोयला कर्मी के घर पांच लाख का डाका

धनबाद: धनबाद थाना क्षेत्र के न्यू बाबूडीह (विशुनपुर) में मंगलवार की रात रिटायर्ड कोलकर्मी नंद किशोर प्रसाद के घर पांच लाख का डाका पड़ा. डकैत पांच हजार रुपये नगद, स्वर्णाभूषण व अन्य कीमती सामान बटोर कर ले गये. श्री प्रसाद के साथ दो पुत्र मनोज पासवान व अनिल पासवान रहते हैं. मनोज डीएवी स्कूल झरिया […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 16, 2014 9:48 AM

धनबाद: धनबाद थाना क्षेत्र के न्यू बाबूडीह (विशुनपुर) में मंगलवार की रात रिटायर्ड कोलकर्मी नंद किशोर प्रसाद के घर पांच लाख का डाका पड़ा. डकैत पांच हजार रुपये नगद, स्वर्णाभूषण व अन्य कीमती सामान बटोर कर ले गये. श्री प्रसाद के साथ दो पुत्र मनोज पासवान व अनिल पासवान रहते हैं. मनोज डीएवी स्कूल झरिया व व अनिल मध्य विद्यालय भागाबांध में शिक्षक हैं. घटना की सूचना पाकर तड़के डीएसपी अमित कुमार, धनबाद थानेदार अखिलेश्वर चौबे पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे व छानबीन की. गृहस्वामी से अपराधियों के बारे में मिली जानकारी के आधार पर पुलिस छापामारी कर रही है. घटना से इलाके में दहशत है.

कैसे घटी घटना
नंद किशोर प्रसाद का आवास दो भाग में बंटा हुआ है. एक भाग में सभी परिवार रहते हैं. दूसरे में ताला बंद रहता है. बंद आवास का ताला तोड़ कर चार अपराधी अंदर घुसे. कुछ बाहर निगरानी में रह गये. चारों डकैत सीढ़ी के सहारे दूसरे घर में आ धमके. पैसे की मांग की जाने लगी. अनाकानी करने पर बच्चों को उठा ले जाने की धमकी दी गयी. पांच हजार रुपये नगद मिलने के बाद डकैत नाराज हो गये. बोले : मास्टर हो, घर में पैसा नहीं है. गहने लाओ.

तिलकुट-खैनी खाये
अपराधियों की धमकी पर घरवालों ने अलमीरा व ट्रंक की चाबी दे दी. ट्रंक खोल कर उसमें रखे ब्रीफकेस से अपराधियों ने मंगल सूत्र, हार, कान की बाली, मंगटीका, पायल बिछिया समेत अन्य आभूषण निकाल लिये. आनाकानी करने पर शिक्षक के साथ मारपीट भी की गयी. अपराधियों ने घर में तिलकुट खाया, खैनी खायी व पानी पिया. पैसे व आभूषण लेकर अपराधियों का दल घर से भाग निकले. पौने दो बजे से तीन बजे तड़के तक अपराधी लूटपाट करते रहे. जाते समय एक अपराधी घर से कंबल ओढ़ कर निकला. अपराधियों के जाने के बाद धनबाद थाना को फोन किया गया. टाइगर जवान अहले सुबह तक आस-पास के इलाके की खाक छानते रहे. लेकिन कोई सफलता नहीं मिली. अपराधी आपस में हिंदी में बातचीत कर रहे थे. एक अपराधी को उसका साथी संतोष लाला कह कर बुला रहा था. एक डकैत नकाबपोश था.

Next Article

Exit mobile version