साइबर क्राइम में बरवाअड्डा से दो गिरफ्तार
सफलता. बैंक अधिकारी बन लोगों के खाते से लाखों की निकासी मामले का खुलासा बैंक अधिकारी बन लोगों के खाते से पैसे की निकासी में पुलिस ने बरवाअड्डा थाना क्षेत्र के यादवपुर से दो साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है. धनबाद : पुलिस ने जिन्हें गिरफ्तार किया है उनके नाम अरविंद कुमार दास (पिता दुलाल […]
सफलता. बैंक अधिकारी बन लोगों के खाते से लाखों की निकासी मामले का खुलासा
बैंक अधिकारी बन लोगों के खाते से पैसे की निकासी में पुलिस ने बरवाअड्डा थाना क्षेत्र के यादवपुर से दो साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है.
धनबाद : पुलिस ने जिन्हें गिरफ्तार किया है उनके नाम अरविंद कुमार दास (पिता दुलाल दास, आसनबनी यादवपुर, बरवाअड्डा), अजय दास (पिता अर्जुन दास, लोकनिया, नारायणपुर, जामताड़ा) हैं. उनके पास से सात मोबाइल, नौ सीम कार्ड, दो एटीएम कार्ड, दूसरे का दो आधार कार्ड व लाखों के बैंक ट्रांजेक्शन संबंधी कागजात मिले हैं. सिटी एसपी अंशुमान कुमार ने पुलिस कार्यालय में बुधवार को आयोजित संवाददाता सम्मेलन में यह जानकारी दी. मौके पर डीएसपी मुकेश कुमार महतो व रांची साइबर थाना प्रभारी डीएसपी सुमित कुमार मौजूद थे.
रांची साइबर थाना की सूचना पर कार्रवाई
सिटी एसपी ने बताया कि साइबर अपराधियों के बारे में रांची साइबर थाना को सूचना मिली थी. साइबर थानेदार ने धनबाद पुलिस से संपर्क किया. धनबाद पुलिस ने साइबर अपराधियों के ठिकानों का पता लगाया. साइबर थानेदार के साथ गोविंदपुर इंस्पेक्टर केश्वर साहू व बरवाअड्डा थानेदार शंकर कुमार ने आसनबनी गांव में छापामारी कर अरविंद व अजय को दबोचा. दोनों ने पुलिस को जो बैंक खाते बताये हैं उसकी छानबीन में लाखों के ट्रांजेक्शन का पता चला है. पिछले वर्ष से ये लोग इस काम में जुड़े हुए थे. दर्जनों लोगों को ठगी का शिकार बनाया है.
एटीएम का पिन पूछ की जाती है लोगों से ठगी
सिटी एसपी ने बताया कि बैंक अधिकारी बन एटीएम का पिन कोड पूछकर खाते से रकम निकाली ली जाती है. रकम तत्काल दूसरे बैंक खाते में भेज दी जाती है. वहां से फिर राशि निकाल ली जाती है. बैंक खाता जिसमें रुपया ट्रांसफर किया जाता है, उस खाताधारक को 10 प्रतिशत हिस्सा दिया जाता है. शेष राशि जालसाज रख लेते हैं. जामताड़ा, धनबाद, गिरिडीह में साइबर अपराधियों का गिरोह फैला हुआ है. पुलिस ने हाल के दिनों में साइबर गिरोह से जुड़े दर्जन भर लोगों को दबोच कई नेटवर्क ध्वस्त किये हैं. अरविंद व अजय के खाता संचालन पर रोक लगा दी गयी है.
चोर-चोर मौसेरा भाई
गिरफ्तार अरविंद व अजय दोनों मौसेरा भाई हैं. अरविंद को अजय ने जामताड़ा से बुलाकर साइबर क्राइम की ट्रेनिंग दी थी. इसके बाद अजय बरवाअड्डा में आकर ही भाई के साथ मिलकर ठगी का कारोबार चला रहा था. अरविंद लोगों को फोन करने के लिए अपनी पत्नी का भी इस्तेमाल करता था.