उन्होंने सवाल किया है कि सूर्या कंपनी का पिछले प्रोजेक्ट का कार्य संतोषजनक नहीं है, फिर क्यों दिया गया 2.90 करोड़ का टेंडर. बजाज को एल-1 रेट पर यह काम देने के लिए स्वीकृति पत्र मांगा गया. लेटर जमा करने के बाद भी काम आवंटन क्यों नहीं किया गया. सूर्या कंपनी का काम संतोषजनक नहीं है, बावजूद आठ करोड़ का और कार्य आवंटित करने की तैयारी चल रही है, जबकि अरनेस्ट मनी दो प्रतिशत के हिसाब से सिर्फ दो करोड़ का ही काम दिया जा सकता है जो उसे मिल चुका है.
टेंडर डॉक्यूमेंट्स में रेट कॉन्ट्रैक्ट जैसे कार्य भी वर्ड लिखा हुआ नहीं है. अत: सूर्या कंपनी को और काम आवंटित नहीं किया जा सकता है. लाइट फिटिंग का स्पेसीफिकेशन में टॉप ओपेनेबल होना चाहिए, जबकि सूर्या की लाइट फिटिंग में टॉप ओपेनलेबल उपलब्ध नहीं है.