पहले जुमे को उमड़ी भीड़

धनबाद. माह-ए-पाक रमजान के पहले जुमा में कोयलांचल की मसजिदों में रोजेदारों की भीड़ उमड़ पड़ी. अकीदत के साथ लोगों ने नमाज अदा की. धनबाद शहर के रेलवे ग्राउंड, जामा मसजिद, नूरी मसजिद में दिन के एक बजे काफी भीड़ देखी गयी. पुराना बाजार में इस समय सन्नाटा छाया रहा. दुकानेंं बंद थीं. इधर, शहर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 11, 2016 8:43 AM
धनबाद. माह-ए-पाक रमजान के पहले जुमा में कोयलांचल की मसजिदों में रोजेदारों की भीड़ उमड़ पड़ी. अकीदत के साथ लोगों ने नमाज अदा की. धनबाद शहर के रेलवे ग्राउंड, जामा मसजिद, नूरी मसजिद में दिन के एक बजे काफी भीड़ देखी गयी. पुराना बाजार में इस समय सन्नाटा छाया रहा. दुकानेंं बंद थीं.

इधर, शहर के अवावा झरिया, गोविंदपुर, बरवाअड्डा, गोमो, तोपचांची, सिंदरी, बलियापुर, निरसा, शिबलीबाड़ी, तालडांगा, टुंडी, बाघमारा, कतरास, राजगंज की प्रमुख मसजिदों में पहले जुमा को रोजेदार जुटे और नमाज अदा की. रोजेदारों मुल्क हिफाजत की अमन-चैन की दुआ अल्लाह पाक से मांगी.

रोजा हमारा फर्ज है पैगाम है
धनबाद. माह-ए- रमजान का चौथा दिन है शुक्रवार. इसलाम में रोजा रखना फर्ज होता है. साथ ही रोजा पैगाम देता है. महिलाएं भी रोजा रख पांच वक्त की नमाज अदा कर रही हैं. क्या कहती हैं महिला रोजेदार जानिये.
रोजा रखना हमारा फर्ज है. अल्लाह ताला नें हम मुसलमानों के लिए पांच चीजें फर्ज की है. रोजा उनमें एक है. बचपन से ही रोजा रख खुदा की इबादत कर रही हूं.
शाजली नायाब फारूख, वासेपुर
रोेजा रखने के कड़े नियम हैं. पांचों टाइम नमाज अदा करना है. झूठ नहीं बोलना है. मेकअप नहीं करना है. 15 साल से रोजा रख अल्लाह ताला से अमन शांति की दुआ मांगती हूं.
यासमीन नाज, वासेपुर
हमारे नवी ने एक महीने तक इसलाम के लिए भूखे प्यासे रहकर नेक काम किया. उसी की याद में हम रोजा रखते हैं. पूरा माह रोजा रख खुदा का पैगाम बांटते हैं.
तरन्नुम नाज, वासेपुर
हमारी कौम में रोजा रखना फर्ज माना जाता है. फजर, जोहेर, असर, मगरीब और तराबीह की नमाज पाक साफ होकर अदा करते हैं. जकात निकालना हमारा फर्ज है. साथ ही इफ्तार में मुसाफिरों के लिए खाना बनाकर भेजती हूं.
तरन्नुम निगार, महबूब अपार्टमेंट, नया बाजार

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