पॉलिटेक्निक में पैसे पर दाखिला, चार पकड़ाये
भंडाफोड़. आसनसोल से बोलेरो से धनबाद आये थे चार छात्र झारखंड के राजकीय पॉलिटेक्निक में पैसे लेकर दाखिला कराने वाले रैकेट का पता चलने से पुलिस हरकत में है. मामले की छानबीन की जा रही है. धनबाद : धनबाद थाना की पुलिस ने रविवार की रात झारखंड पॉलिटेकनिक में पैसे लेकर नामांकन कराने वाले रैकेट […]
भंडाफोड़. आसनसोल से बोलेरो से धनबाद आये थे चार छात्र
झारखंड के राजकीय पॉलिटेक्निक में पैसे लेकर दाखिला कराने वाले रैकेट का पता चलने से पुलिस हरकत में है. मामले की छानबीन की जा रही है.
धनबाद : धनबाद थाना की पुलिस ने रविवार की रात झारखंड पॉलिटेकनिक में पैसे लेकर नामांकन कराने वाले रैकेट का परदाफाश किया है. रात साढ़े आठ बजे चार छात्रोें को शहर के एक होटल से हिरासत में लिया गया है. चारों छात्र आसनसोल से बोलेरो से धनबाद आये थे. चालक समेत बोलेरो को भी धनबाद थाना लाया गया है. लड़कों के पास से हजारों रुपये नकद मिले हैं. शक है कि रैकेट परीक्षा में तेज तर्रार लड़कों को बैठाकर एग्जाम पास कराता है.
शुभम और प्रभाकर का नाम आया: चारों छात्रों का कहना है कि उन्हें फंसाया गया है. असली गुनहगार तो झरिया का शुभम चौरसिया व सरायढेला का प्रभाकर है. शुभम इंजीनियरिंग पास आउट है. प्रभाकर व शुभम झारखंड पॉलिटेक्निक में पैसे लेकर नामांकन कराता है. दोनों के कहने पर उन लोगों ने उम्मीदवार लाकर दिया था. चार छात्रों के नामांकन के लिए पैसा व सभी शैक्षणिक प्रमाण पत्र शुभम को दिया था.
झारखंड पॉलिटेक्निक प्रवेश परीक्षा मई में हो चुकी है. चारों का काम नहीं हुआ. वे लोग शुभम व प्रभाकर से पैसे व कागजात की मांग कर रहे हैं. शुभम व प्रभाकर ने रविवार को धनबाद पैसे व कागजात लौटाने के लिए बुलाया था. कहा कि होटल में जाकर खाना खाओ. रात को वे लोग होटल में खा रहे थे. पुलिस पकड़ कर ले आयी. प्रभाकर ने ही पुलिस को बुलाकर पकड़वा दिया. पुलिस ने प्रभाकर को छोड़ दिया है.
पॉलिटेक्निक में…
हमलोगों के पास बातचीत व व्हाट्सएप का सबूत है. हमलोग गलत नहीं करते हैं. हमलोगों को पकड़वाया गया है. असली दोषी खुद को बचने के लिए हमें फंसा रहा है. हमलोगों का कैरियर बरबाद हो जायेगा. पुलिस झरिया में सरगना की तलाश में छापामारी कर रही है.
सरगना की तलाश में झरिया में छापामारी
पुलिस को इन पर यकीन नहीं
पुलिस को चारों छात्रों की बातों पर यकीन नहीं हो रहा है. चारों की पिटाई भी की गयी है. चारों का कहना है कि तीन-तीन हजार एडवांस दिये थे. नामांकन हो जाने पर और 20-20 हजार देने थे. इसी बात से पुलिस को शक बढ़ा है कि पॉलिटेक्निक में नामांकन के लिए इतने कम पैसे तो नहीं लगते हैं. हालांकि चारों के पास से कोई आपत्तिजनक कागजात पुलिस को हाथ नहीं लगे हैं. मोबाइल व पर्स के साथ पहचान पत्र पुलिस ने जब्त किया है.
अभिभावकों को बुलाया गया
पुलिस की ओर से फोन से दी गयी सूचना पर आसनसोल से सानू के पिता व मामा देर रात धनबाद थाना पहुंचे. सानू मामा के यहां रहकर ही पढ़ा है. दोनों अपने बच्चे से मिलने की कोशिश में थे, लेकिन सफलता नहीं मिली. वह थानेदार से भी मिलकर पक्ष जानना चाह रहे थे. दोनों थाना के समीप मुख्य सड़क पर खड़े थे. अभिभावकों का कहना है कि सानू गलत नहीं है. पुलिस बुलायी है तो आये हैं.
पकड़े गये छात्रों का बिहार कनेक्शन
1. राहुल कुमार वर्मा उर्फ सानू, नींघा, आसनसोल, मूल निवासी बिहारशरीफ
2. राजू सिंह, नींघा, आसनसोल, मूल निवासी बांका
(दोनों बंगाल पॉलिटेक्निक से पाास आउट)
3. साकेत कुमार, श्रीपुर, आसनसोल, मूल निवासी छपरा
4. संजय यादव, आसनसोल, मूल निवासी पटना
(दोनों आसनसोल पोलिटेक्निक में सेकेंड इयर के छात्र)