आइएसएम : एयरपोर्ट न होने से प्लेसमेंट में नहीं आतीं नामचीन कंपनियां
धनबाद. इंडियन स्कूल ऑफ माइंस, धनबाद आइआइटी में अपग्रेड जरूर हो गया है, लेकिन हवाई यातायात से शहर के जुड़े नहीं होने से छात्राें को अब भी नुकसान हो रहा है. इसके कारण प्लेसमेंट के लिए बड़ी मल्टीनेशनल कंपनियां यहां नहीं आती हैं. स्टूडेंट्स का मानना है कि ऐसी कंपनियों के अधिकारी कैंपस प्लेसमेंट के […]
धनबाद. इंडियन स्कूल ऑफ माइंस, धनबाद आइआइटी में अपग्रेड जरूर हो गया है, लेकिन हवाई यातायात से शहर के जुड़े नहीं होने से छात्राें को अब भी नुकसान हो रहा है. इसके कारण प्लेसमेंट के लिए बड़ी मल्टीनेशनल कंपनियां यहां नहीं आती हैं. स्टूडेंट्स का मानना है कि ऐसी कंपनियों के अधिकारी कैंपस प्लेसमेंट के लिए वहीं जाना पसंद करते हैं, जहां आवागमन के लिए एयरपोर्ट की सुविधा हो.
जिन शहरों में आइआइटी है और सीधी हवाई यात्रा की सुविधा भी है वहां ऐसी कंपनियां लगातार प्लेसमेंट के लिए पहुंच रही है. अफगानी समेत आइएसएम में पढ़ाई कर रहे सभी विदेशी स्टूडेंट्स को परेशानी होती है. दूसरे राज्यों में पढ़ रहे स्टूडेंट्स को छुट्टियों में घर आने-जाने में काफी समय लग जाता है.
कितने स्टूडेंट्स व विभाग : आइएसएम में वर्तमान में करीब 7500 स्टूडेंट्स शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं. शिक्षक 280 हैं और यहां 19 ब्रांच में पढ़ाई होती है. बीटेक, एमटेक, डुअल डिग्री, इंटीग्रेटेड एमटेक, इंटीग्रेटेड एमएससी टेक, एमएससी, एमबीए, एमफिल, पीएचडी आदि के लिए नामांकन लिये जा सकते हैं. आइएसएम में विभाग के तौर पर फ्यूल एंड मिनरल, माइनिंग, पेट्रोलियम, केमिकल, सिविल, कंप्यूटर साइंस, इलेक्ट्रिकलग, इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन, इलेक्ट्रॉनिक्स एंड इंस्ट्रूमेंटेशन, इनवायरमेंटल, मेकेनिकल, माइनिंग मशीनरी, पेट्रोलियम इंजीनियरिंग आदि खुल चुके हैं.
क्या कहते हैं स्टूडेंट्स
धनबाद में एयरपोर्ट होगा तो यहां कैंपस प्लेसमेंट के लिए बड़ी कंपनियां रुचि लेंगी. नुकसान होता रहा है. निखिल रेड्डी,
बीटेक, कंप्यूटर साइंस
केवल प्लेसमेंट ही नहीं, किसी फंक्शन में सेलिब्रिटी भी धनबाद तक फ्लाइट नहीं होने से यहां आने में रुचि नहीं लेते हैं.
तेजेश्वर, बीटेक, इलेक्ट्रिकल
यहां आने वाले गेस्ट लेक्चर के कोलकाता से यहां तक आने के खर्च का कुछ हिस्सा हम स्टूडेंट्स को भी उठाना पड़ता है.
कार्तिक, बीटेक, केमिकल
आइएसएम एक ब्रांड है और अब यह आइआइटी में अपग्रेड हो रहा है. एयरपोर्ट होगा तो गुगल, फेसबुक जैसी कंपनियां भी आयेगी.
तुलसी, सीएसइ