छात्र-छात्राओं के सपनों को मिले पंख, भरेंगे अब उड़ान

अवसर-2016. ‘प्रभात खबर’ का एजुकेशन सह कॅरियर फेयर संपन्न बोकारो के छात्र-छात्राओं के सपनों को पंख मिला… अब वह उड़ान भरेंगे… ‘प्रभात खबर’ की ओर से आयोजित एजुकेशन सह कैरियर फेयर ‘अवसर-2016’ के अंतिम दिन गुरुवार को भी स्टूडेंट्स व अभिभावकों की भीड़ जुटी. बोकारो : कैरियर फेयर में सुबह नौ बजे से रात आठ […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 17, 2016 6:15 AM

अवसर-2016. ‘प्रभात खबर’ का एजुकेशन सह कॅरियर फेयर संपन्न

बोकारो के छात्र-छात्राओं के सपनों को पंख मिला… अब वह उड़ान भरेंगे… ‘प्रभात खबर’ की ओर से आयोजित एजुकेशन सह कैरियर फेयर ‘अवसर-2016’ के अंतिम दिन गुरुवार को भी स्टूडेंट्स व अभिभावकों की भीड़ जुटी.
बोकारो : कैरियर फेयर में सुबह नौ बजे से रात आठ बजे तक छात्रों व अभिभावकों की भीड़ लगी रही. छात्र-छात्राओं ने अच्छे कैरियर विकल्प के साथ-साथ अच्छे संस्थानों की जानकारी ली. दो दिवसीय कैरियर फेयर में सैकड़ों छात्र-छात्राएं व अभिभावक लाभान्वित हुए. दर्जनों छात्र-छात्राएं ने ऑन स्पॉट एडमिशन भी लिया. अभिभावकों व विद्यार्थियों ने इस आयोजन के लिए ‘प्रभात खबर’ की सराहना की.
छात्र-अभिभावक जागरूक
कैरियर फेयर में दो दर्जन से अधिक संस्थानों के स्टॉल लगे थे. संस्थानों के प्रतिनिधियों ने बताया कि बोकारो के विद्यार्थी कैरियर के प्रति बहुत गंभीर हैं. साथ ही अभिभावक भी बहुत जागरूक हैं. इंजीनियरिंग व एमबीए कोर्स के प्रति युवाओं का सबसे अधिक रुझान दिखा.
मैनेजमेंट, लॉ, एग्रीकल्चर, कंप्यूटर साइंस…
बोकारो के अभिभावकों व विद्यार्थियों ने इंजीनियरिंग व एमबीए के अलावा मैनेजमेंट, लॉ, एग्रीकल्चर, कंप्यूटर साइंस के प्रति भी रुचि दिखायी. कैरियर फेयर में विद्यार्थियों को सौ से ज्यादा वोकेशनल, एकेडमिक व प्रोफेशनल कोर्स के चयन का अवसर प्रदान किया गया. छात्रों ने कहा कि एक ही छत के नीचे इतनी जानकारी के लिए ‘प्रभात खबर’ को धन्यवाद.
दूसरे दिन भी सैकड़ों छात्र व अभिभावक पहुंचे
अब मिली सही और सटीक जानकारी : छात्रों ने की प्रभात खबर के आयोजन की सराहना, दिया धन्यवाद.
बीसीसीएल होगा बीआइएफआर में, कोल इंडिया हो सकता है बंद
अखिल भारतीय खदान मजदूर संघ के महामंत्री को आशंका
सत्तारूढ़ दल से जुड़े भारतीय मजदूर संघ से संबद्ध अखिल भारतीय खदान मजदूर संघ के महामंत्री प्रदीप कुमार दत्ता ने बीसीसीएल और इसीएल के फिर से बीआइएफआर में जाने और कोल इंडिया के बंद होने की आशंका जतायी है.
धनबाद : बीएमएस कार्यालय में गुरुवार को पत्रकारों से बातचीत में एबीकेएमएस नेता ने कहा कि कोल इंडिया संकट के दौर से गुजर रहा है. कोयला बिक नहीं रहा है. कई थर्मल पावर प्लांट बंद हो रहे हैं. विश्व बाजार में कोयला का दाम गिर गया है. इससे बीसीसीएल और इसीएल अधिक प्रभावित है.
ऐसे में दोनों को मंदी का समाना करना पड़ सकता है. लेकिन कोल इंडिया को इस संकट से बीएमएस ही मजदूरों के सहयोग से बाहर निकालेगा. हमने सरकार को कई सुझाव भी दिये हैं. दुर्भाग्य की बात यह है कि कोयला उद्योग के उच्च पदों पर एेसे अधिकारी बैठे हैं जिन्हें कोयला के बारे में जानकारी ही नहीं है.
बीसीसीएल होगा
मजदूर नेता नहीं, ठेकेदार : दत्ता ने कहा कि कई यूनियनों के नेता ठेकेदार हैं. बीएमएस को छोड़ कर बाकी यूनियनें किसी न किसी राजनीतिक दल से जुड़ी हैं और राजनीति करती है. बीएमएस का कोई नेता न ठेकेदारी करता है और न दुकानदारी चलाता है. एक निजी कंपनी के सर्वेक्षण में भी इसकी पुष्टि भी हुई है.
जबकि दूसरी यूनियनों के कई नेताओं जिनकी की पृष्ठभूमि गरीबी रही है, आज अरबपति और करोड़पति हैं. आखिर वे करते क्या हैं कि उनके पास इतने पैसे आ गये. उन्होंने एबीकेएमएस में गुटबाजी से इनकार करते हुए कहा हमारे संगठन में सभी कर्मी ही पदधारी हैं.
इंटक के विवाद के कारण जेबीसीसीआइ का गठन नहीं
एबीकेएमएस के महामंत्री ने कहा कि इंटक के आंतरिक विवाद के कारण दसवां वेतन समझौता के लिए जेबीसीसीआइ का गठन नहीं हो पा रहा है. इंटक में कई गुट हैं. सब अपने को असली इंटक बता रहे हैं. मामला कोर्ट में भी है. इस कारण कोल मंत्रालय, कोल इंडिया और श्रम मंत्रालय लिखित देने को तैयार नहीं है कि असली इंटक है कौन. उन्होंने आरोप लगाया कि इंटक ने जेबीसीसीआइ को कमजोर करने का काम किया है. सरकार के साथ उसकी भाषा बदलती रहती है.
पांचवें वेतन समझौता में इंटक की सहमति से ही टिस्को बाहर हो गया था. जेबीसीसीआइ में किसको कितना प्रतिनिधित्व होना चाहिए यह इंटक के लिए मायने रखता है. क्योंकि उससे उनकी रोजी-रोटी चलती है. उन्होंने कहा, कौन क्या कहता है यह महत्वपूर्ण नहीं है. अभी तक कोल मंत्रालय ने जेबीसीसीआइ का गठन कराया है. इस बार भी कोल मंत्रालय ही जेबीसीसीआइ का गठन करेगा, वेतन समझौता भी होगा. क्योंकि कोयला मजदूरों का नेतृत्व बीएमएस कर रहा है.

Next Article

Exit mobile version