रेल डॉक्टर दंपती को धमकी भरा पत्र देने में पकड़ा गया

नक्सली के नाम पर. छह लाख रु. दो नहीं तो ले लेंगे पूरे परिवार की जान रेलवे के डॉक्टर दंपती से नक्सली के नाम पर छह लाख रुपये रंगदारी मांगने के आरोप में पुलिस ने तेतुलमारी निवासी मुमताज को गिरफ्तार कर लिया है. धनबाद : मताज राज्य सरकार के विभागों में छोटा-मोटा ठेका का काम […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 21, 2016 6:29 AM

नक्सली के नाम पर. छह लाख रु. दो नहीं तो ले लेंगे पूरे परिवार की जान

रेलवे के डॉक्टर दंपती से नक्सली के नाम पर छह लाख रुपये रंगदारी मांगने के आरोप में पुलिस ने तेतुलमारी निवासी मुमताज को गिरफ्तार कर लिया है.
धनबाद : मताज राज्य सरकार के विभागों में छोटा-मोटा ठेका का काम करता है. सीसीटीवी के आधार पर यह गिरफ्तारी हुई है. धनबाद मंडल रेल अस्पताल में सर्जन डॉ पीआर ठाकुर और डेढ़ साल से उसी अस्पताल में कार्यरत उनकी पत्नी अनामिका झा रांगाटांड़ ऑफसर्स कॉलोनी में रेलवे के क्वार्टर में रहते हैं.
छह मई : पहला धमकी भरा पत्र : पिछले तीन मई को डॉक्टर के घर एक पत्र फेंका हुआ मिला. कहा गया था कि छह लाख रुपये दे दो नहीं तो हम नक्सली पूरे परिवार को जान से मार कर फेंक देंगे. रकम तेतुलमारी स्टेशन के पास एक गैंगमैन के घर में रखने की हिदायत दी गयी थी.
16 मई : दूसरा धमकी भरा पत्र
16 मई को फिर इसी तरह का पत्र मिला. डॉक्टर दंपती दहशत में आ गये. इस बीच डॉक्टर ने पुलिस को सूचना दी. पुलिस ने सलाह दी कि घर के सामने सीसीटीवी कैमरा लगा लीजिए. किसी को बताइये नहीं.
15 जून : तीसरा धमकी भरा पत्र :
15 जून को फिर उसी तरह का पत्र मिला. पुलिस जांच को पहुंची और सीसीटीवी कैमरे को खंगाला तो उसमें एक व्यक्ति का चेहरा चिह्नित कर लिया गया. उसकी एक सीडी बनवा ली गयी.
डीआरएम चौक से हुआ गिरफ्तार : डीआरएम चौक के समीप से रविवार को पुलिस ने एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया. उसने अपना नाम मुमताज और पता तेतुलमारी बताया. सोमवार को पुलिस ने उसे रंगदारी मांगने के आरोप में जेल भेज दिया. इधर रविवार को जब मुमताज घर नहीं लौटा तो परिजन उसकी तलाश करने लगे. रविवार को वह यह कह कर निकला था कि सरायढेला धनबाद जा रहा है. देर शाम इफ्तार के समय मुमताज के घर नहीं लौटने पर उसके पुत्र मो समीर ने तेतुलमारी थाना में गुमशुदगी की शिकायत की. इस बीच तेतुलमारी में एक व्यक्ति ने समीर के हाथ में उसके पिता का फोटो देख कर कहा कि यह आदमी तो धनबाद थाना के हवालात में था. उसने बताया कि उसे भी धनबाद पुलिस ने शक के आधार पर किसी मामले में पकड़ा था. लेकिन सोमवार को उसे रिहा कर दिया. तब जाकर घरवालों को मुमताज की गिरफ्तारी का पता चला.
दो बेटियों का कर चुकी हैं इलाज
डॉ अनामिका झा के अनुसार मुमताज की बड़ी बेटी केंदुआ में रहती है. उसका पति दवा की दुकान चलाता है. उसे संतान नहीं हो रही थी. उसका इलाज किया. वह मां बन गयी. दूसरी बेटी के साथ भी यही समस्या थी. इलाज के बाद वह भी मां बन गयी. उसे नहीं पता कि मुमताज ने ऐसा क्यों किया. उन्होंने कहा कि धमकी भरे पत्रों से वह और उनका परिवार दहशत में था. उन्होंने मामले के उदभेदन के लिए एसएसपी और पुलिस के प्रति आभार जताया है.

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