अल्लाह भी डीएसपी-दारोगा को कभी माफ नहीं करेगा
नाजिम के पिता पहुंचे प्रभात खबर कार्यालय बोले-माफी का सवाल ही कहां उठता है धनबाद : मेरे बेकसूर बेटे मो. नाजिम को गोली मारी दी. नाजिम 17 दिनों से दुर्गापुर मिशन अस्पताल में जिंदगी व मौत से जूझ रहा है. डीएसपी मजरूल होदा व दारोगा संतोष रजक इसके जिम्मेवार हैं. माफी का सवाल कहां उठता […]
नाजिम के पिता पहुंचे प्रभात खबर कार्यालय बोले-माफी का सवाल ही कहां उठता है
धनबाद : मेरे बेकसूर बेटे मो. नाजिम को गोली मारी दी. नाजिम 17 दिनों से दुर्गापुर मिशन अस्पताल में जिंदगी व मौत से जूझ रहा है. डीएसपी मजरूल होदा व दारोगा संतोष रजक इसके जिम्मेवार हैं. माफी का सवाल कहां उठता है. ऊपर वाला व नीचे वाला दोषी को सजा देगा. ऐसे इंसान को मैं तो क्या अल्लाह भी माफ नहीं करेगा. एक अखबार (प्रभात खबर नहीं) में छपी खबर कि दारोगा संतोष को माफ कर दिया है गलत है. यह कहना है उत्तर प्रदेश के संभल जिले के नखासा थाना अंतर्गत तुरतीपुरीला निवासी हाजी मुर्शीद अहमद का. वह गुरुवार की रात अपने बेटे मो. जाकिर के साथ प्रभात खबर के कोलाकुसमा स्थित कार्यालय पहुंचे थे.
हाजी मुर्शीद अहमद के बेटे मो. नाजिम को 13 जून की रात जीटी रोड पर गोली मार दी गयी थी. पिता ने कहा कि नाजिम ने मिशन हॉस्पिटल में प्रभात खबर को घटना के बारे में जो बातें बतायी है वही सच है. बेटे को गोली लगने से पूरा परिवार बेहाल है. गांव के लोग तो मानने के लिए तैयार ही नहीं है कि सिर में गोली लगने बाद नाजिम जिंदा है. 29 जून को प्रभाात खबर में प्रकाशित खबर व फोटो को व्हाट्सएप से परिवार व गांववालों को भेज दिया है. लोगों को नाजिम की हालत में सुधार होने व बातचीत करने की सूचना मिल गयी है. साहब मुझे पहले अपने बेटे की जान बचानी है. मिशन में 17 दिनों में लाखों रुपये खर्च हो गये हैं. माल समेत ट्रक थाना में खड़ा है. ट्रक को रिलीज कराना है. जीटी रोड पर राजगंज में 13 जून की रात नाजिम को गोली मार दारोगा संतोष ने माल के सभी कागजात छीन लिये थे. दूसरी बिल्टी लाकर दे दी है.
दो जान गयी और एक जिंदगी व मौत से जूझ रहा
हाजी मुर्शीद अहमद ने कहा : साहब! तोपचांची के बड़ा बाबू उमेश कच्छप ने मदद का भरोसा दिया था. बड़ा बाबू अस्पताल आने को बोले थे. लेकिन उनकी मौत हो गयी. इसके जिम्मेवार तो डीएसपी व दारोगा ही हैं. मेरे ट्रक चालक नफीस व खलासी को जेल भेज दिया. बेटे के जेल जाने के गम में चालक नफीस की मां की मौत हो गयी. लोगों की जान लेने वालों को हम कौन होते हैं माफ करने वाले. मैं तो एेसा बोलने का सोचना भी गुनाह समझता हूं. बेटा रोजा में था, गोली मार दी. संभल से धनबाद व दुगार्पुर का चक्कर काट रहे हैं. लगातार रोजा भी नहीं रख पा रहे हैं. सप्ताह भर बाद ईद है. बेटा अस्पताल में है, डॉक्टर बेहतर इलाज को बाहर ले जाने को कह रहे हैं. खुदा की इबादत करते रहता हूं. नाजिम जल्द ठीक हो घर आ जाये.
थानों के चक्कर काटते रहे पिता-पुत्र
कोर्ट ने चमड़ा लदे ट्रक को छोड़ने की अरजी पर तोपचांची पुलिस से रिपोर्ट तलब की है. कोर्ट का आदेश लेकर हाजी मुर्शीद व उनके बेटे जाकिर गुरुवार को तोपचांची थाना पहुंचे. थानेदार लखन राम ने कहा कि केस के अनुसंधानकर्ता बरवाअड्डा थानेदार हैं, वहीं जाओ. दोनों बरवाअड्डा थाना पहुंचे तो कहा गया कि तोपचांची थाना के नाम कोर्ट का आदेश है. पिता-पुत्र फिर तोपचांची थाना पहुंचे तो थानेदार ने कागजी कार्रवाई कर फिर बरवाअड्डा थाना भेजा. बरवाअड्डा थानेदार ने कहा कि ट्रक व माल का कागज दो. सभी कागजात देने पर कहा गया कि बैती नहीं है. पिता-पुत्र ने कहा कि आप बिल्टी देखो, बैती की जरूरत पुलिस को नहीं है. फिर थानेदार ने कहा कि जाओ रिपोर्ट कोर्ट को भेज देंगे. दोपहर 12 बजे से शाम सात बजे तक पिता-पुत्र दोनों थाना का चक्कर लगाते रहे.