दंपती समेत चार गिरफ्तार

साइबर क्राइम . धनबाद पुलिस ने बरटांड़ में की छापेमारी धनबाद थाना की पुलिस ने साइबर क्राइम से जुड़े दंपती समेत चार लोगों को शनिवार को गिरफ्तार किया. इनके पास से स्कार्पियो, एटीएम कार्ड, 83 हजार रुपये नगद, रिलायंस कंपनी का मेंबर कार्ड व चार मोबाइल बरामद किये गये हैं. धनबाद : गुप्त सूचना के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 3, 2016 9:13 AM

साइबर क्राइम . धनबाद पुलिस ने बरटांड़ में की छापेमारी

धनबाद थाना की पुलिस ने साइबर क्राइम से जुड़े दंपती समेत चार लोगों को शनिवार को गिरफ्तार किया. इनके पास से स्कार्पियो, एटीएम कार्ड, 83 हजार रुपये नगद, रिलायंस कंपनी का मेंबर कार्ड व चार मोबाइल बरामद किये गये हैं.
धनबाद : गुप्त सूचना के आधार पर इंस्पेक्टर सह धनबाद थानेदार अखिलेश्वर चौबे ने छापामारी कर चारों को बरटांड़ से शनिवार को पकड़ा.
पकड़े गये लोगों में शांतनु कुमार मांझी, उमेश कुमार मंडल (कमलकरडीह, कर्रो, देवघर) शांतनु की पत्नी धामी देवी (पासवान पाड़ा, कुल्टी आसनसोल) व करीम अंसारी (करमाटांड़) शामिल हैं. सभी ने पुलिस के समक्ष अपराध स्वीकार किया है. कहा है कि गिरोह ने दिल्ली, बिहार, झारखंड, यूपी समेत अन्य राज्यों के लोगों को ठगा है. करमाटांड़ का मुन्ना अंसारी भागने में सफल रहा. पाचों के खिलाफ धनबाद थाना में एफआइआर दर्ज की गयी है.
बरामद एटीएम कार्ड बोकारो सेक्टर 12 निवासी मनीरुद्दीन शाह के नाम से है. गिरोह इस फेक नाम से एटीएम संचालन कर एक लाख 61 हजार की लेनदेन की है. शांतनु ने धामी से प्रेम विवाह किया है. शांतनु का भाई राजेश कुमार मांझी देवघर जैप में सिपाही है. पांच भाइयों में वह छोटा है. पत्नी के साथ किराये के मकान में हाउसिंग कॉलोनी में दो माह से रह रहा था.
भाई को कैंसर हुआ तो छोड़ा धंधा
शांतनु का कहना है कि अभी उसने छह माह से धंधा छोड़ दिया है. भाई राजेश को कैंसर हो गया है. इलाज चल रहा है. घर वालों ने बोला कि गलत काम करना छोड़ दो. गलत का पैसा गलत में जाता है. इसलिए उसने यह काम छोड़ दिया. उसने अभी तक चार लाख रुपये कमाये थे. लोगों का पिन पूछ कर साइबर अपराध से जुड़े गांव के ही गिरोह के सदस्यों को देता था. उससे उसे पैसे मिलते थे. करमाटांड़ के लोगों से उसका परिचय था.
अभी वह इस दुनिया को छोड़ चुका है. धामी का कहना है कि वह यह नहीं जानती है कि शांतनु कोई गलत काम करता है. शांतनु कहता था कि उसके पाास दो स्कार्पियो है, जो किराया पर चलता है. जब भी पैसा लाता था, कहता था कि किराया का पैसा है.

Next Article

Exit mobile version