बीसीसीएल में स्टॉक के बावजूद डिस्पैच नहीं
रिव्यू मीटिंग. बीसीसीएल के सीएमडी ने जतायी चिंता धनबाद : कंपनी के पास 41 लाख टन कोयला का स्टॉक होने के बावजूद डिस्पैच नहीं हो पा रहा है, जो चिंता का विषय है. उक्त बातें कोल इंडिया के निदेशक तकनीकी सह बीसीसीएल के सीएमडी (अतिरिक्त प्रभार) नागेंद्र कुमार ने कही. वह शनिवार को बीसीसीएल मुख्यालय […]
रिव्यू मीटिंग. बीसीसीएल के सीएमडी ने जतायी चिंता
धनबाद : कंपनी के पास 41 लाख टन कोयला का स्टॉक होने के बावजूद डिस्पैच नहीं हो पा रहा है, जो चिंता का विषय है. उक्त बातें कोल इंडिया के निदेशक तकनीकी सह बीसीसीएल के सीएमडी (अतिरिक्त प्रभार) नागेंद्र कुमार ने कही. वह शनिवार को बीसीसीएल मुख्यालय कोयला भवन में सभी एरिया व मुख्यालय के महाप्रबंधकों के साथ रिव्यू मीटिंग कर रहे थे. उन्होंने कहा कि प्रतिदिन कंपनी की कोलियरियों से 90 हजार टन कोयला की ट्रांसपोर्टिंग साइडिंग पर करना आवश्यक है. जबकि 65 हजार टन कोयला का की ही ट्रांसपोर्टिंग हो पा रही है.
एरिया महाप्रबंधक ट्रांसपोर्ट टू साइडिंग पर विशेष ध्यान दें, ताकि ज्यादा से ज्यादा कोयला का डिस्पैच हो सके. उन्होंने कहा कि पावर कंपनियों को 100 प्रतिशत क्रश कोयला चाहिए, इसलिए कोयला की गुणवत्ता पर ध्यान दें. साथ ही एरिया जीएम डिस्पैच के साथ-साथ उत्पादन में भी तेजी लाये. बैठक में निदेशक (कार्मिक) विनय कुमार पंडा, निदेशक (वित्त) केएस राजशेखर के अलावा मुख्यालय व एरिया के सभी महाप्रबंधक व मुख्य महाप्रबंधक मौजूद थे.
क्रश कोयला के अभाव में डिस्पैच बाधित
सीएमडी ने कहा कि क्रश कोल के अभाव में रैक लोडिंग बाधित हो रही है, जिस कारण स्टॉक बढ़ता जा रहा है. प्रतिदिन 23 रैक डिस्पैच होना चाहिए, जबकि कंपनी 15-17 रैक ही डिस्पैच कर पा रही है. उन्होंने महाप्रबंधक (इएनएम) को क्रशिंग क्षमता बढ़ाने के निर्देश दिये. कहा कि ट्रांसपोर्टिंग से डेढ़ गुणा क्रशिग कैपेसिटी होनी चाहिए. वहीं खराब व बंद पड़े कोल हैंडलिंग प्लांट (सीएचपी) को मरम्मत कर जल्द चालू करने के निर्देश दिये.