धनबाद: गैस वितरण की दोहरी नीति से गैस एजेंसी व उपभोक्ता दोनों परेशान हैं. कारण है कि आधार लिंक उपभोक्ता को 1240 रुपया तो बिना आधार वाले उपभोक्ता को 442 रुपये में गैस सिलिंडर मिल रहा है.
यही नहीं सब्सिडी का पैसे में 42 रुपया वैट भी काटा जा रहा है. आधार लिंक उपभोक्ताओं को एक तो पैसा अधिक लग रहा है और सप्ताह भर में सब्सिडी का पैसा उनके एकाउंट्स में जा रहा है.
28 के बाद सबके लिए 1240 रुपया
आइओसी के क्षेत्रीय प्रबंधक एके पोद्दार ने बताया कि आधार कार्ड के लिए सरकार ने 28 फरवरी तक ग्रेस पीरियड बढ़ा दिया है. 28 फरवरी तक जो उपभोक्ता आधार कार्ड व बैंक का पास बुक की प्रति जमा नहीं करेंगे, उन्हें सब्सिडी का लाभ नहीं मिलेगा. एक मार्च 2014 से सब्सिडी वाले गैस सिलिंडर की आपूर्ति बंद हो जायेगी. सभी गैस एजेंसियों में सिर्फ नन सब्सिडी वाले गैस सिलिंडर ही बिकेंगे. एक मार्च से सभी उपभोक्ता को नन सब्सिडी वाले सिलिंडर की कीमत देनी होगी. वर्तमान समय में एक नन सब्सिडी वाले सिलिंडर की कीमत 1240 रुपये है. अभी सरकार एक सिलिंडर पर सब्सिडी मद में 696 रुपये तेल कंपनियों को देती है.
तो एजेंसी क्या करेगी
हर दिन उपभोक्ताओं से झंझट हो रहा है. उपभोक्ता समझने को तैयार नहीं है. एजेंसी स्तर पर कुछ नहीं होता. सभी ऑन लाइन है. कंपनी से जो निर्देश मिलता है, उसका अक्षरश: हमलोग पालन करते हैं
डेली नीड्स गैस एजेंसी
सरकार को इस पर विचार करना चाहिए. वैट का मामला सरकार का है. ऑन लाइन बुकिंग होती है. लोकल स्तर से कुछ नहीं होता है.
चौधरी गैस एजेंसी