चकदुम चकदुम चकडोड़ चाले.. आजे रोकड़ा ने उधार कालै…

धनबाद: गुजराती स्कूल में गरबा के सातवें दिन शुक्रवार को कार्यक्रम की शुरुआत गणपति महाराज के आह्वान से हुई. गौतम भाई शास्त्री के नेतृत्व में मां अंबे की सामूहिक आरती की गयी. चार सर्किल में बच्चियों और महिलाओं ने गरबा खेल मां को अपनी भक्ति अर्पित की. ‘चालो शंखल पुरना चोकमा देवी अन्नपूर्णा…,’ ‘मारा नंदजी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 8, 2016 8:40 AM
धनबाद: गुजराती स्कूल में गरबा के सातवें दिन शुक्रवार को कार्यक्रम की शुरुआत गणपति महाराज के आह्वान से हुई. गौतम भाई शास्त्री के नेतृत्व में मां अंबे की सामूहिक आरती की गयी. चार सर्किल में बच्चियों और महिलाओं ने गरबा खेल मां को अपनी भक्ति अर्पित की. ‘चालो शंखल पुरना चोकमा देवी अन्नपूर्णा…,’ ‘मारा नंदजी न लाल…,’ ‘चकदुम चकदुम चकडोड़ चाले आजे रोकड़ा ने उधार कालै…’ पारंपरिक गरबा गीत पर गुजराती समुदाय के पांव खूब थिरके.

शुक्रवार को सासंद पीएन सिंह गुजराती स्कूल पहुंचे. उन्होंने मां का आशीर्वाद लिया आैर भक्तों को पूजा की शुभकामनाएं दी. कार्यक्रम को सफल बनाने में भुजंगी पंड्या, दुले राय चावड़ा, शैलेश रावल, दीपेश याज्ञनिक, योगेश जोशी, दीपेश बोल, नितिन भट्ट, जयेश याज्ञनिक, दीपक रावल, महेंद्र राठौड़, रमेश राठेड़, उमंग चावड़ा, डिंपल राठौड़, मानस फ्रसून, अभिमन्यु कुमार, वरुण समराणी, निखिल चावड़ा, युग चावड़ा, मनबेन चावड़ा, समिता परमार, अर्ना रावल, नेहा सन्नी रावल, प्रवीण चावड़ा का सक्रिय योगदान रहा.

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