फरजी शिक्षकों पर 16 दिन बाद भी नहीं हुई प्राथमिकी
धनबाद. जिला शिक्षा स्थापना समिति के निर्णय के 16 दिन बाद भी फर्जी प्रमाणपत्र प्रस्तुत करने वाले शिक्षक-शिक्षिकाओं के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज नहीं हो पायी है. सनद हो कि छह शिक्षकों के जे-टेट, चार शिक्षकों के मैट्रिक व इंटर, एक शिक्षक के प्रमाणपत्र फर्जी पाये गये हैं, जिसे झारखंड एकेडमिक काउंसिल ने निर्गत नहीं किया […]
धनबाद. जिला शिक्षा स्थापना समिति के निर्णय के 16 दिन बाद भी फर्जी प्रमाणपत्र प्रस्तुत करने वाले शिक्षक-शिक्षिकाओं के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज नहीं हो पायी है. सनद हो कि छह शिक्षकों के जे-टेट, चार शिक्षकों के मैट्रिक व इंटर, एक शिक्षक के प्रमाणपत्र फर्जी पाये गये हैं, जिसे झारखंड एकेडमिक काउंसिल ने निर्गत नहीं किया था.
वहीं सात शिक्षकों ने अपने प्रमाणपत्र में अंक बढ़ा कर दिखाये थे. स्पष्ट है कि उन्होंने भी फर्जी प्रमाणपत्र प्रस्तुत किया था. जिला शिक्षा स्थापना समिति की बैठक 27 सितंबर को हुई थी, जिसमें ऐसे शिक्षक-शिक्षिकाओं को सेवा से बरखास्त करते हुए उन पर प्राथमिकी दर्ज कराने का निर्णय लिया गया था. प्राथमिकी दर्ज कराने का निर्देश डीएसइ विनीत कुमार ने क्षेत्र शिक्षा पदाधिकारी, धनबाद सह बीइइओ दिलीप कुमार मांझी को दिया था.
किस पर क्या आरोप
इनके जे-टेट के प्रमाणपत्र फर्जी : जैनुल अंसारी, अब्दुल क्यूम, सुरेश चौधरी, मो जलालुद्दीन, वसीम अंसारी, आभा कुमारी
मैट्रिक-इंटर प्रमाणपत्र फर्जी : अश्विनी कुमार, महेश कुमार, दिव्या भारती, नागेश्वर प्रसाद यादव
इंटर प्रमाणपत्र फर्जी : दीपक कुमार
मैट्रिक में फर्जी प्रमाणपत्र बना बढ़ाया अंक : राजेंद्र कुमार, अजीत कुमार सिंह, नरेश कुमार
इंटर में फर्जी प्रमाणपत्र बना बढ़ाया अंक : पंकज कुमार, आशा कुमारी व टुनू कुमार
टेट में फर्जी प्रमाणपत्र बना बढ़ाया अंक : उमेश कुमार