मुखियाओं ने किया सम्मेलन का बहिष्कार
हंगामा. डीडीसी पर अपमानित करने का आरोप, न्यू टाउन हॉल के बाहर धरना पर बैठे धनबाद : न्यू टाउन हॉल परिसर में सोमवार को स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग की ओर से आयोजित जिलास्तरीय मुखिया सम्मेलन में हंगामा खड़ा हो गया. अधिकतर मुखिया बाहर निकल कर धरना पर बैठ गये. नारेबाजी की जाने लगी. मुखियाओं […]
हंगामा. डीडीसी पर अपमानित करने का आरोप, न्यू टाउन हॉल के बाहर धरना पर बैठे
धनबाद : न्यू टाउन हॉल परिसर में सोमवार को स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग की ओर से आयोजित जिलास्तरीय मुखिया सम्मेलन में हंगामा खड़ा हो गया. अधिकतर मुखिया बाहर निकल कर धरना पर बैठ गये. नारेबाजी की जाने लगी. मुखियाओं ने डीडीसी गणेश कुमार पर अपमानित करने का आरोप लगाया़ कहा कि
हमें जब भी बुलाया जाता है, डांटा-फटकारा ही जाता है. बाद में किसी तरह मामला सलटा.
इससे पहले कार्यक्रम का उद्घाटन डीडीसी श्री कुमार व जिला परिषद अध्यक्ष रोबिन गोराई व डीएसइ विनीत कुमार ने किया. मंच संचालन एसआरपी दिलीप कुमार कर्ण ने किया. मौके पर कई शिक्षक-शिक्षिकाएं भी थे. मुखिया समेत पंचायत के तमाम जनप्रतिनिधियों को शिक्षा का अधिकार अधिनियम, उनके अधिकार व कर्तव्य से अवगत कराने के उद्देश्य से सम्मेलन का आयोजन किया गया, ताकि वे अपने क्षेत्र में स्थित सरकारी स्कूलों का कायाकल्प कर सकें.
रोबिन गोराई अपना भाषण खत्म करते ही तुरंत उठ कर चले गये. इस दौरान बार-बार कुछेक मुखिया कह रहे थे कि हमें प्रश्न पूछना है. प्रश्नकाल में राजगंज के एक मुखिया ने डीएसइ से पूछा कि जिले में शिक्षकों की छुट्टी ग्रांट होती है, शिक्षक गलत करते हैं तो सजा देने का अधिकार हमें क्यों नहीं है. इस पर डीएसइ ने कहा कि आपको सजा देने का अधिकार नहीं है. वहीं डीडीसी उठ कर चलें गये और कुछ ही देर में वापस लौटे. डीडीसी ने कहा कि हंगामा करेंगे तो बाहर कर देंगे.
फिर कुछ मुखिया कहने लगे कि बाहर कर देंगे, जेल भिजवाइयेगा हमलोग हंगामा करेंगे और बहिष्कार कर बैठक से बाहर चले गये. कार्यक्रम के बाद डीडीसी बाहर जाने लगे तो मुखियाओं ने उनका घेराव किया. कुछ देर बाद एसडीएम महेश संथालिया भी पहुंचे और फिर मुखियाओं के साथ बातचीत हुई.
…और सलट गया मामला
डीडीसी गणेश कुमार ने कहा कि जनप्रतिनिधियों को गलतफहमी हो गयी थी कि मैं वहां से चला गया. मैं मंच पर ही थोड़ा किनारे हट कर फोन पर बात कर रहा था. लौटते वक्त उनसे बातचीत हुई तो मैंने कहा कि आप उपायुक्त से बात कर लें. वैसे मेरी बात से किसी को ठेस पहुंची हो तो मैं खेद प्रकट करता हूं. फिर वे भी समझ गये. देर शाम मुझसे मिलने भी आये थे और उन्होंने भी माना कि ऐसा नहीं होना चाहिए था.
डीएसइ पर भी लगाया आरोप :
धनबाद जिला मुखिया संघ ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर डीएसइ विनीत कुमार पर भी आरोप लगाया है. विज्ञप्ति में कहा गया है कि मुखिया सम्मेलन में डीएसइ मुखियाओं के प्रश्न पर उतावले होकर उनका अपमान किया. इसे लेकर संघ का प्रतिनिधिमंडल डीसी से मिला. डीसी ने उचित कार्यवाही का आश्वासन देते हुए मान सम्मान का ख्याल रखने की बात कही. साथ ही 12 नवंबर को सभी विभागों के वरीय पदाधिकारियों के साथ मुखिया की कार्यशाला कराने की बात कही. प्रतिनिधिमंडल में संजय कुमार महतो, मनोज कुमार हाड़ी, विकास महतो, चक्रधारी महतो, नरेश प्रसाद गुप्ता, रवींद्र चंद्र दे, प्रमेश्वर रवानी आदि शामिल थे.
न्यू टाउन हॉल के बाहर नारेबाजी करते मुखिया. डीडीसी के खेद प्रकट करने के बाद मामला ठंडा हुआ.
आप सभी सिर्फ अधिकार के बारे में ही नहीं अपने कर्तव्यों के बारे में भी जानें. छात्र-छात्राओं की स्कूल में उपस्थिति सुनिश्चित करायें.
गणेश कुमार, डीडीसी
आरटीइ अधिनियम 2009 में वर्णित तथ्यों, प्राथमिक शिक्षा में मुखिया के अधिकार-कर्तव्यों, सरकारी स्कूलों में लागू योजनाओं की जानकारी देने को यह सम्मेलन है. आप प्राथमिक शिक्षा की महत्वपूर्ण कड़ी हैं. हर बच्चे को स्कूल तक लाना एवं शिक्षित कराने में आपकी महती भूमिका है.
विनीत कुमार, डीएसइ
अपने कामों से झारखंड को विकास की ओर ले जायें. सभी बच्चों को सरकारी स्कूलों में पढ़ायें.
रोबिन गोराई, जिप अध्यक्ष
पहले कहा गया शिक्षकों को मुखिया से छुट्टी लेना है. पांच साल से सुन रहे हैं. शिक्षक गलत करेंगे तो हमें सजा नहीं देना है. ऊपर से डीडीसी मुखिया को डांटते हैं. मुखिया पर अत्याचार नहीं सहन होगा.
नरेश प्रसाद गुप्ता, बाघमारा
जब भी वरीय पदाधिकारी बुलाते हैं हमें डांट ही मिलती है. शिक्षा विभाग ने कार्यक्रम में बुलाया, खुशी हुई थी. लेकिन डीडीसी हमें बच्चों से भी बच्चा समझते हैं.
काकोली मुखर्जी, एग्यारकुंड
जब से चुनाव जीता है, सांत्वना ही मिली है. हम शिक्षक को दंडित नहीं सकते, हमें ही भरी सभा में डांट दिया जाता है. दिखावे के लिए कार्यशाला है. सातवीं आठवीं के बच्चे हिंदी रीडिंग नहीं कर सकते.
समरी देवी, बागदाहा पंचायत
हमें डीडीसी की बात से ठेस पहुंची है. 256 पंचायतों में स्कूलों में अलग-अलग समस्या है. आखिर उसके लिए हम सवाल तो पूछ ही सकते हैं.
संजय महतो, जिप अध्यक्ष