असर्फी अस्पताल : ऑक्सीजन खत्म होने का आरोप

-अस्पताल में तोड़फोड़ भूलीः आजाद नगर निवासी फयाज अंसारी की पत्नी शकीला खातून (28 वर्ष) की मौत रविवार को असर्फी अस्पताल में इलाज के दौरान हो गयी. मौत के बाद शकीला के परिजनों ने जमकर हंगामा किया. अस्पताल में लगे फूल के गमले और अन्य समान क्षतिग्रस्त कर डाले. सूचना मिलते ही पुलिस दल बल […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 10, 2014 5:11 AM

-अस्पताल में तोड़फोड़

भूलीः आजाद नगर निवासी फयाज अंसारी की पत्नी शकीला खातून (28 वर्ष) की मौत रविवार को असर्फी अस्पताल में इलाज के दौरान हो गयी. मौत के बाद शकीला के परिजनों ने जमकर हंगामा किया. अस्पताल में लगे फूल के गमले और अन्य समान क्षतिग्रस्त कर डाले. सूचना मिलते ही पुलिस दल बल के साथ मौके पर पहुंची. परिजनों ने बताया कि शकीला को सांस फूलने की बीमारी थी.

अचानक रविवार की शाम को दम फूलने पर उसे अस्पताल ले जाया गया. अस्पताल में हालत नाजुक होने के बाद सेंट्रल अस्पताल रेफर कर दिया गया. इस बीच उसे ऑक्सीजन दिया जा रहा था. परिजनों का आरोप है कि अचानक ऑक्सीजन खत्म हो जाने से शकीला की मौत हो गयी. शकीला का पति फयाज सउदी अरब में काम करता है. उसका ढाई साल का बेटा है. हंगामे की खबर मिलते ही धनबाद इंस्पेक्टर अखिलेश्वर चौबे, भूली ओपी प्रभारी रवि ठाकुर, पार्षद अशोक यादव, निसार आलम, जावेद खान व अन्य लोग अस्पताल पहुंचे.

51 हजार पर समझौता

शकीला की मौत के बाद उसका भाई गुलाब अजदानी व बहन केंदुआ से असर्फी अस्पताल पहुंचा. भाभी भी पहुंच गयी. वार्ता शुरू हुई. प्रबंधन की तरफ से हरेंद्र सिंह व संतोष कुमार सिंह थे. प्रबंधन मामले में अपनी गलती से इनकार कर रहा था. मामले की जांच की बात कर रहा था. जबकि मृतका के परिजन 10 लाख रुपये मुआवजा की मांग कर रहे थे. अंत में 51 हजार में मामला सलटा. प्रबंधन ने तत्काल 15 हजार रुपये का भुगतान कर दिया.

आरोप गलत : प्रबंधन

अस्पताल के सीइओ हरेंद्र सिंह के अनुसार महिला को काफी गंभीर अवस्था में लाया गया था. रेफर करने के दौरान उसकी मौत हो गयी. ऑक्सीजन खत्म होने का आरोप गलत है.

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