धनबाद: वैसे लोगों का भी आधार कार्ड बनेगा, जिनके पास कोई दस्तावेज नहीं होगा. बस उनकी पहचान स्थानीय मुखिया या वार्ड पार्षद द्वारा कर दी जाये. ये बातें राज्य के यूआइडी के सहायक महानिदेशक अरविंद प्रसाद ने कही. श्री प्रसाद जिला प्रशासन द्वारा बुधवार को आइएसएम में यूआइडी एवं पीडीएस पर आयोजित सेमिनार को संबोधित कर रहे थे.
उन्होंने कहा कि जिनका एक बार पंजीकरण हो चुका है, वे दुबारा पंजीकरण नहीं करायें इससे सिर्फ समय की बरबादी होगी. नहीं मिला है तो देर सबेर आधार नंबर आयेगा ही. उन्होंने कहा कि जो लोग अपना पंजीकरण करवा चुके हैं और आधार कार्ड नहीं आया है, वे नेट से भी अपना आधार नंबर प्राप्त कर सकते हैं.
बताया कि राज्य में एक करोड़़, 63 लाख लोगों का आधार कार्ड बन चुका है. तीन साल के बच्चे से लेकर बड़े लोग आधार कार्ड बनवा सकते हैं. 15 साल से कम के लोगों का दुबारा बायोमेट्रिक करवाना होगा, क्योंकि उनकी अंगुलियां का चिह्न् बाद में बदल जाता है. डीसी प्रशांत कुमार ने कहा कि आज के सेमिनार में मुखिया, रोजगार सेवक ,पंचायत सेवक सहित ग्रामीण एजेंसी से जुड़े सभी लोगों को इसलिए बुलाया गया है, क्योंकि वे गांव में जाकर बतायेंगे कि आधार कार्ड क्यों जरूरी है.
कहा कि गोविंदपुर में 70 फीसदी लोगों का पंजीकरण हो चुका है. शेष 30 फीसदी लोगों के लिए जल्द ही वहां कैंप लगाया जायेगा. कहा कि ग्रामीण लोगों का पंजीकरण में मुखिया और रोजगार सेवक मदद करेंगे. कहा कि ग्रामीण लोगों को प्रज्ञा केंद्र से भी आधार कार्ड देने की व्यवस्था करायी जायेगी. कार्यक्रम में रांची से आये शैलेंद्र चक्रवर्ती, संजय ने भी विस्तृत रूप से प्रकाश डाला. मौके पर एडीएम (आपूर्ति) अशोक कुमार सिंह, डीडीसी रतन कुमार गुप्ता, एसडीएम डॉ लाल मोहन महतो, डीपीआरओ रश्मि सिन्हा, प्रोजेक्ट इंचार्ज अमित कुमार सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे.