पुलिस की चूक के कारण घटी घटना
सुशी आउटसोर्सिंग गोली कांड . जांच करने पहुंचे डीआइजी, जीएम को फटकारा, बोले लोदना क्षेत्र की सुशी इन्फ्रा माइनिंग आउटसोर्सिंग में लगातार दो बार गोली चालन मामले की जांच करने बोकारो प्रक्षेत्र के डीआइजी साकेत कुमार सिंह, एसएसपी मनोज रतन चोथे, सिटी एसपी अंशुमन कुमार सोमवार को जोड़ापोखर थाना पहुंचे. जोड़ापोखर : थाना में करीब […]
सुशी आउटसोर्सिंग गोली कांड . जांच करने पहुंचे डीआइजी, जीएम को फटकारा, बोले
लोदना क्षेत्र की सुशी इन्फ्रा माइनिंग आउटसोर्सिंग में लगातार दो बार गोली चालन मामले की जांच करने बोकारो प्रक्षेत्र के डीआइजी साकेत कुमार सिंह, एसएसपी मनोज रतन चोथे, सिटी एसपी अंशुमन कुमार सोमवार को जोड़ापोखर थाना पहुंचे.
जोड़ापोखर : थाना में करीब एक घंटे तक डीएसपी विकास कुमार पांडेय, जोड़ापोखर इंस्पेक्टर उपेंद्र नाथ राय व थानेदार जयकृष्ण से घटना की जानकारी ली. इस दौरान डीआइजी ने सिंदरी डीएसपी समेत अन्य पुलिस पदाधिकारियों को घटना के लिए जमकर लताड़ा. उसके बाद 11.30 बजे डीआइजी बरारी सुशी आउटसोर्सिंग घटनास्थल पहुंचे. वहीं सुशी के जीएम आरएस यादव, वरीय अभियंता पंकज राय और कार्यरत कर्मियों से घटना के संबंध में पूछताछ की. साथ ही सुशी कैंप का निरीक्षण किया.
जीएम की बातें सुन डीआइजी ने नाराज होकर फटकार लगायी. कहा कि आप लोग ग्रामीणों में आपसी फूट डाल कर राज कर रहे हैं. हमें मालूम है कि आप किसके इशारे पर कैसे लोगों को रख कर अपना काम करवा रहे हैं. क्या आपने कभी इस स्थिति से पुलिस को अवगत कराया है. कभी परियोजना में सुरक्षा की मांग की है. मेरे पहुंचने पर परियोजना में पुलिस चौकी लगाने की बात करते हैं. स्थानीय बेरोजगार, पुलिस व प्रबंधन मिल कर रोजगार दिया जाये.
ग्रामीणों में फूट डाल कर काम करना बंद करें
डीआइजी साकेत कुमार सिंह सुशी के जीएम आरएस यादव से जानकारी लेते,साथ में एसएसपी व सिटी एसपी.
बीसीसीएल व प्रबंधन का काम है समस्या का हल निकालना
डीआइजी ने घटनास्थल व कैंप का निरीक्षण करने के बाद सुशी आउटसोर्सिंग में पत्रकारों को दौरा की जानकारी दी. कहा कि सुशी में घटित दोनों घटनाओं में पुलिस तंत्र फेल हुआ है. पुलिस को नाजायज आंदोलन करने वालों पर पहले ही सख्त कार्रवाई करनी चाहिए थी. स्थानीय पुलिस इस मामले में फेल रही. कहा कि जांच में दो मुख्य बातें सामने आयी हैं. पहला स्थानीय विस्थापित ग्रामीण रोजगार के लिए आंदोलन कर रहे हैं. वहीं कुछ लोग पहले प्रशासन को आंदोलन की सूचना देकर आउटसोर्सिंग में स्वार्थ व वर्चस्व कायम करने के लिए बेरोजगारों को मोहरा बनाकर अशांति फैला रहे हैं. जायज मांगों को लेकर आंदोलन करने
वालों की समस्या का हल निकालना बीसीसीएल व आउटसोर्सिंग प्रबंधन का काम है. स्वार्थ व वर्चस्व के लिए परियोजना में नाजायज आंदोलन करने वालों से पुलिस सख्ती से निबटेगी. उन्होंने ब्राह्मण बरारी बस्ती के ग्रामीणों व विस्थापितों को आश्वस्त किया कि उन्हें डरने की जरूरत नहीं है. अगर उन्हें कोई परेशान करता है तो इसकी जानकारी वरीय पुलिस अधिकारियों को दे. निर्दोष लोगों को फंसने नहीं दिया जायेगा. कहा कि फायर एरिया के कारण क्षेत्र असुरक्षित है, इसलिए पुलिस चौकी स्थापित करना संभव नहीं है. एसएसपी श्री चौथे ने भी जीएम को अपनी कार्यशैली में बदलाव लाने की हिदायत दी.