निगेटिव असर : नहीं मिल रहे मजदूर, मरम्मत का काम प्रभावित
धनबाद : हर वार्ड में गंदगी, दुर्गंध के बीच इलाज करा रहे मरीज और हर ओर अव्यवस्था का आलम. यह दृश्य पीएमसीएच का है. नोटबंदी के कारण पीएमसीएच के साफ-सफाई व हाइकोर्ट के आदेश पर चल रहे मरम्मत कार्यों पर भी पड़ा है. आम लोगों को इससे काफी परेशानी का सामना करना पड़ा रहा है. […]
धनबाद : हर वार्ड में गंदगी, दुर्गंध के बीच इलाज करा रहे मरीज और हर ओर अव्यवस्था का आलम. यह दृश्य पीएमसीएच का है. नोटबंदी के कारण पीएमसीएच के साफ-सफाई व हाइकोर्ट के आदेश पर चल रहे मरम्मत कार्यों पर भी पड़ा है. आम लोगों को इससे काफी परेशानी का सामना करना पड़ा रहा है. वहीं अधिकारी करेंसी का रोना रो रहे हैं. आइये देखते हैं कहां क्या प्रभावित हो रहा है.
मरम्मत कार्य : हाइकोर्ट के आदेश पर चल रहे काम में खोजने पर भी मजदूर नहीं मिल रहे हैं. पहले जहां80 से 50 मजदूर काम कर रहे थे, अभी इसकी संख्या आधी से भी कम हो गयी है. मरम्मत करा रहे भवन प्रमंडल के अधिकारियों का कहना है कि कुछ मजदूरों को उधार में रख कर काम कराया जा रहा है, लेकिन कार्य की गति काफी धीमी हो गयी है. इस कारण काफी परेशानी हो रही है.
साफ-सफाई : साफ-सफाई के लिए अस्पताल में ग्लब्स, केमिकल व फिनाइल खत्म हो गया है. कई जगहों पर पोछा की जगह झाड़ू से ही काम कराया जा रहा है. साफ-सफाई कराने वाली कंपनी के लोग करेंसी का रोना रो रहे हैं. इससे पहले इसकी खराब हालत कभी नहीं हुई. कुछ जगहों से उधार में लेकर सामान लिया गया था, लेकिन अब वहां से भी सामान देना बंद हो गया है. सर्जरी, पैथोलॉजी, ओपीडी, गायनी, मेडिसिन में साफ-सफाई की हालत काफी खराब है.