‘आदर्श के लिए कुरबान हो जीवन ’
धनबाद: भारत सेवाश्रम संघ के संस्थापक प्रणवानंद महाराज की 119वीं जयंती भूईंफोड़ मंदिर में धूमधाम से मनायी गयी. इस अवसर पर प्रात: मंदिर में मंगल आरती हुई. स्वामी प्रयागात्मानंद जी के तत्वावधान में संघ गीता, संघ वाणी का पाठ हुआ. मनुष्य अपने आदर्शो से मनुष्य बनता है : स्वामी प्रयागात्मानंद जी ने संघ के संस्थापक […]
धनबाद: भारत सेवाश्रम संघ के संस्थापक प्रणवानंद महाराज की 119वीं जयंती भूईंफोड़ मंदिर में धूमधाम से मनायी गयी. इस अवसर पर प्रात: मंदिर में मंगल आरती हुई. स्वामी प्रयागात्मानंद जी के तत्वावधान में संघ गीता, संघ वाणी का पाठ हुआ.
मनुष्य अपने आदर्शो से मनुष्य बनता है : स्वामी प्रयागात्मानंद जी ने संघ के संस्थापक प्रणवानंद महाराज के संदेशों और आदर्शो से श्रद्धालुओं को अवगत कराया. सन् 1917 में स्थापित भारत सेवाश्रम संघ के संस्थापक प्रणवानंद महाराज के अनुसार एक मनुष्य अपने उच्चदर्शो से मनुष्य बनता है. जिनके जीवन में उच्चकांक्षा नहीं, उच्चदर्श नहीं, उच्च नैतिक मूल्य नहीं उन्हें मनुष्य नहीं कहा जा सकता. सच्च मनुष्य वही है जो अपने आदशोर्ं की रक्षा के लिए जीवन कुरबान कर दे.
संघ लगा है जनसेवा में : संघ से जुड़े लोग घूम कर भारतीय संस्कृति का प्रचार करते हैं. जन सेवा का कार्य करते हैं. जयंती के अवसर पर छोटे बच्चों ने भजन पेश किया. हवन के बाद अन्नकूट का भोग लगाया गया. सभी भक्तों ने महाभोग का प्रसाद ग्रहण किया.
शिवरात्रि को होगा कार्यक्रम : शिवरात्रि के दिन मंदिर में धार्मिक अनुष्ठान का आयोजन किया गया है. उसी दिन भूमि पूजन किया जायेगा. संघ के संस्थापक स्वामी प्रणवानंद महाराज जी का मंदिर भूईंफोड़ मंदिर की खाली जमीन पर बनाया जायेगा.