धनबाद: धनबाद थाना में दर्ज कांड संख्या 738-16 के मुख्य अभियुक्त राम प्रवेश ठाकुर तो जेल चले गये मगर पीड़ित परिवार ने एक बार फिर धनबाद थाना को डेरा बना लिया. कल्पना ने धनबाद थाना में पुलिस चालक राम प्रवेश ठाकुर के खिलाफ धोखे से घर हड़पने का मामला दर्ज करवाया था. राम प्रवेश ठाकुर ने भी दावा किया था कि वह मकान उसका है. महीने भर पहले कल्पना पूरे परिवार के साथ धनबाद थाना आकर चालक और उसके बेटों के खिलाफ धनबाद थाना में मारपीट और छिनतई का मामला दर्ज कराया था.
केस करने के बाद पूरा परिवार चार दिनों तक हमलावरों के डर से थाना में ही जमा रहा. शुक्रवार को अपने गांव से लौटने के बाद कल्पना और उसके परिजन फिर से धरना पर बैठ गये. उसका कहना है कि जब तक मारपीट में संलिप्त दूसरे लोग जेल नहीं जायेंगे, वह घर नहीं जायेगी. कहा कि मारपीट में संलिप्त सतीश ठाकुर, सुधीर ठाकुर, उमेश ठाकुर, सागर ठाकुर, मिथुन ठाकुर, सरिता देवी और सुखी देवी बाहर है. बाहर रहे आरोपियों से उसकी वह उसके परिजनों की जान को खतरा है.
बरखास्त होगा पुलिस चालक
इधर, पुलिस चालक हवलदार राम प्रवेश ठाकुर सेवा से बरखास्त होगा. वह तीन दिसंबर से जेल में बंद है. जालसाजी कर जमीन व मकान हड़पने व मारपीट मामले में राम प्रवेश पहले भी जेल जा चुका है. उसके खिलाफ विभागीय कार्यवाही पूरी हो चुकी है. विभागीय कार्यवाही में संचालन पदाधिकारी ने हवलदार को दोषी ठहराया है. मामले पर अंतिम निर्णय के लिए संचिका एसएसपी के पास भेज दी गयी है.