गैंगस्टर सूरज का दाहिना हाथ शिव गिरफ्तार

धनबाद: धनबाद व रांची पुलिस की स्पेशल टीम ने बीसीसीएल की कोलियरियों में कार्यरत आउटसोर्सिंग कंपनियों के अधिकारी व कर्मियों पर फायरिंग कर रंगदारी के लिए दहशत फैलाने वाले गैंगस्टर सूरज सिंह के दाहिना हाथ शिव शर्मा उर्फ शिवेंद्र कुमार सिंह (बेगूसराय) को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने शि‌व समेत पांच अपराधियों को शुक्रवार को […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 10, 2016 8:25 AM
धनबाद: धनबाद व रांची पुलिस की स्पेशल टीम ने बीसीसीएल की कोलियरियों में कार्यरत आउटसोर्सिंग कंपनियों के अधिकारी व कर्मियों पर फायरिंग कर रंगदारी के लिए दहशत फैलाने वाले गैंगस्टर सूरज सिंह के दाहिना हाथ शिव शर्मा उर्फ शिवेंद्र कुमार सिंह (बेगूसराय) को गिरफ्तार किया है.
पुलिस ने शि‌व समेत पांच अपराधियों को शुक्रवार को बिहार के अरवल मेंहदिया समेत अन्य जगहों से गिरफ्तार किया है. रांची पुलिस को सर्कुलर रोड स्थित कावेरी रेस्टूरेंट के संचालक लव भाटिया पर फायरिंग के मामले में पुलिस को शिव शर्मा की तलाश थी. गिरफ्तार अपराधियों में शिव कुमार, गणेश, आनंद कुमार और जय प्रकाश के नाम भी शामिल हैं. सभी बिहार के विभिन्न स्थानों के रहनेवाले हैं. अमित और सोनू, शिव शर्मा को आश्रय देनेवाले हैं. पुलिस उन्हें भी हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है. गिरफ्तार अपराधियों में लव भाटिया पर फायरिंग करनेवाले और फायरिंग करने से पहले रेकी करनेवाले अपराधी भी शामिल हैं.
सुशील श्रीवास्तव गिरोह से अलग हो गया था
शिव शर्मा ने पूछताछ में पुलिस को यह भी बताया कि वह पूर्व में सुशील श्रीवास्तव गिरोह के लिए काम कर चुका है. सूरज की मौत के बाद वह कोयलांचल में सुशील श्रीवास्तव गिरोह का सरगना भी बना गया था.
उल्लेखनीय है कि कावेरी रेस्टारेंट के बाहर लव भाटिया पर फायरिंग 19 नवंबर को हुई थी, लेकिन घटना में वह बाल-बाल बच गये थे. अपराधियों को गिरफ्तार करने में बरवाअड्डा थानेदार दिनेश कुमार के साथ धनबाद पुलिस की एसओजी टीम टीम थी.
बनारस में हुई है सूरज की मौत
शिव ने पुलिस को बताया कि सूरज की बीमारी से तीन-चार माह पहले ही बनारस में मौत हो चुकी है. अभी सूरज गिरोह की कमान वही संभाल रहा था. धनबाद में गिरोह से जुड़े दर्जन भर लोगों को पुलिस कई बार दबोच जेल भेज चुकी है. जेल जाने के बाद जमानत पर आते ही प्राय: सभी युवक सूरज का साथ छोड़ चुके हैं. सूरज के माता-पिता भी पहले ही धनबाद छोड़ चुके हैं. शिव शर्मा ने अपने कुछ अन्य शूटरों के बारे में भी जानकारी दी है. लव भाटिया पर फायरिंग की घटना में संलिप्तता की बात भी स्वीकार की है. पुलिस को यह भी बताया है कि वह रंगदारी वसूलने के लिए झारखंड में कुछ और घटनाओं को अंजाम देने की योजना बना रहा था. एक बड़ी घटना को अंजाम देने की योजना वह पूरी तरह से तैयार भी कर चुका था और झारखंड में कुछ और घटनाओं को अंजाम देने वाला था. इससे पहले पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया.
आउटसोर्सिंग कंपनियों में दहशत फैला कर लेता था रंगदारी
शि‌व ने पुलिस पूछताछ में स्वीकार किया कि वह धनबाद में सूरज सिंह व उसके गिरोह द्वारा धनबाद के बैंकमोड़ में डेको आउटसोर्सिंग डायरेक्टर अमरेंद्र नारायण झा, लोयाबाद में अंबे माइनिंग के राणा पर फायरिंग करने, कतरास में आउटसोर्सिंग के अधिकारी व कर्मी को गोली मारने, मोदीडीह आउटसोर्सिंग कार्यस्थल पर बमबारी करने, आउटसोर्सिंग अधिकारियों को फोन कर रंगदारी मांगने मामले में शामिल रहा है. बैंकमोड़, कतरास, लोयाबाद थानों में सूरज व गिरोह के खिलाफ दर्ज लगभग 10 मामलों में पुलिस को शि‌व की तलाश थी. शि‌व की गिरफ्तारी से सूरज की मौत का भी अाधिकारिक खुलासा हो सकता है.

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