एडमिशन फॉर्म का दाम ज्यादा, लगे रोक
धनबाद: झारखंड अभिभावक महासंघ ने एडमिशन फॉर्म के नाम पर स्कूलों द्वारा वसूली जा रही राशि को अत्यधिक बताते हुए इस पर रोक लगाने की मांग की है. महासंघ का एक प्रतिनिधिमंडल मामले में मंगलवार को डीइओ डॉ माधुरी कुमारी से मिला और एक ज्ञापन सौंपा. ज्ञापन की प्रतिलिपि डीएसइ को भी दी गयी है. […]
एनओसी की शर्तों को मानना निजी स्कूलों के लिए अनिवार्य है. शर्तों के अनुसार सभी स्कूल एक चैरिटेबल ट्रस्ट है और नो प्रोफिट नो लॉस पर चलना है. संबद्धता प्रमाणपत्र की शर्तों के अनुसार जिस मद में जो राशि खर्च होनी है उतनी ही राशि शुल्क के रूप में ली जा सकती है. बच्चों की पूरी नामांकन प्रक्रिया में लगने वाला आधारभूत संरचना, शिक्षक व कर्मचारी व्यवस्था अस्थायी हैं, इसलिए इस पर स्कूल प्रबंधन का कोई खर्च नहीं आता. केवल फॉर्म एवं कुछेक जगहों पर पंडाल की व्यवस्था ही स्कूल प्रबंधन को करना पड़ता है, जिस पर मुश्किल से प्रति छात्र 10-15 रुपये ही काफी हैं. इसलिए अभिभावकों के हित को ध्यान में रखते हुए सभी कोटि के स्कूलों द्वारा फॉर्म के नाम पर वसूली जा रही राशि पर रोक लगायी जाये. साथ ही पूरी नामांकन प्रक्रिया आरटीइ के प्रावधानों के तहत संचालित किया जाये. प्रतिनिधिमंडल में मुकेश पांडेय आदि भी शामिल थे.