मोबाइल के सहारे कालाधन की तलाश में आयकर विभाग
धनबाद: केंद्र सरकार द्वारा एक हजार व पांच सौ के पुराने नोटों पर लगायी गयी पाबंदी के बाद कथित रूप से कालाधन खपाने वालों की तलाश तेज हो गयी है. आयकर विभाग ऐसे कारोबारियों तक पहुंचने के लिए अब मोबाइल का सहारा ले रहा है. जानकारी के अनुसार आयकर विभाग अन्वेषण शाखा ने बीएसएनएल, रिलायंस, […]
धनबाद: केंद्र सरकार द्वारा एक हजार व पांच सौ के पुराने नोटों पर लगायी गयी पाबंदी के बाद कथित रूप से कालाधन खपाने वालों की तलाश तेज हो गयी है. आयकर विभाग ऐसे कारोबारियों तक पहुंचने के लिए अब मोबाइल का सहारा ले रहा है. जानकारी के अनुसार आयकर विभाग अन्वेषण शाखा ने बीएसएनएल, रिलायंस, एयरटेल, टाटा इंडिकॉम सहित कई बड़ी मोबाइल कंपनियों से कुछ खास लोगों का रिकॉर्ड मांगा है. आठ नवंबर से ले कर 15 दिसंबर तक के बीच हुई बातचीत, एसएमएस व व्हाट्सएप संदेशों की जानकारी मांगी गयी है.
आयकर विभाग की नजर शहर के कुछ बड़े बिल्डरों, डॉक्टरों व स्वर्ण व्यवसायियों पर है. विभाग को खुफिया जानकारी मिली है कि बिल्डरों, डॉक्टरों, बड़े व्यवसायियों ने कोलकाता की डिब्बा कंपनियों के जरिये बड़े मात्रा में पुराने नोट बदले हैं. स्थानीय बैंकर्स की मदद से भी पुराने नोटों के बदलने की शिकायत है.
हर बड़े ट्रांजेक्शन पर नजर : आठ नवंबर के बाद बैंकों के जरिये 50 लाख से ज्यादा के हुए हर बड़े ट्रांजेक्शन पर आयकर विभाग की नजर है. खासकर वैसे लोगों, कंपनियों के बारे में जानकारी ली जा रही है जिनके खातों में पिछले एक माह के दौरान एक करोड़ रुपये से ज्यादा जमा हुए है. ऐसे लोगों, कंपनियों की संख्या पांच सौ से भी ज्यादा है.
तीन पेट्रोल पंपों में आयकर ने की जांच : आयकर विभाग की अन्वेषण शाखा द्वारा गुरुवार को तीन पेट्रोल पंपों की जांच की गयी. आज दोपहर बाद आयकर टीम ने एक साथ गुप्ता पेट्रोलियम, गुप्ता फ्यूल्स एवं गुप्ता हाइवे सर्विस नामक पेट्रोल पंपों की जांच शुरू की. देर रात तक जांच की कार्रवाई जारी थी. तीनों ही पेट्रोल पंप पुटकी से महुदा के बीच अवस्थित है. आयकर विभाग की टीम ने नोटबंदी के बाद इन पंपों पर पेट्रोल, डीजल की बिक्री से हुई आय की जानकारी ली. साथ ही कितनी राशि बैंकों में जमा की गयी है. इससे संबंधित कागजात की जांच की जा रही है.