पीएमसीएच गेट पर तड़प-तड़प कर मर गया

धनबाद : धनबाद के सबसे बड़े अस्पताल (पीएमसीएच) में बुधवार को मानवता तार-तार हुई. अस्पताल के गेट के पास तीन दिनों से पड़े रहने के बावजूद एक अज्ञात व्यक्ति का इलाज नहीं हुआ. अंतत: बुधवार सुबह 11 बजे तड़प-तड़प कर उसने दम तोड़ दिया. इसके बाद लगभग छह घंटे तक शव बाहरी परिसर में पड़ा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 29, 2016 8:05 AM
धनबाद : धनबाद के सबसे बड़े अस्पताल (पीएमसीएच) में बुधवार को मानवता तार-तार हुई. अस्पताल के गेट के पास तीन दिनों से पड़े रहने के बावजूद एक अज्ञात व्यक्ति का इलाज नहीं हुआ. अंतत: बुधवार सुबह 11 बजे तड़प-तड़प कर उसने दम तोड़ दिया. इसके बाद लगभग छह घंटे तक शव बाहरी परिसर में पड़ा रहा.

बता दें कि गत रविवार को पीएमसीएच में आने के दौरान एक अज्ञात व्यक्ति पर कुत्तों के झुंड ने हमला बोल दिया था. आसपास के लोगों के हल्ला करने के बाद सुरक्षा गार्ड उसे अस्पताल के अंदर ले गये. लेकिन यहां डॉक्टरों ने इलाज नहीं किया. लिहाजा अस्पताल के बाहर तीन दिनों तक अज्ञात व्यक्ति ठंड में एक छोटे चादर के सहारे पड़ा रहा. मरने के बाद शव सुबह 11 बजे से शाम पांच बजे तक पड़ा रहा. मरीज की मौत कुत्ते के काटने (रैबिज) से हुई या ठंड से इस बारे में भी पीएमसीएच प्रबंधन कुछ नहीं बोल पा रहा है.

मर्चरी में रखा गया शव : देर शाम मामले की जानकारी अधीक्षक डॉ आरके पांडेय को मिली. अधीक्षक ने इसकी सूचना सरायढेला पुलिस को दी. शव को कर्मियों ने उठाकर पीएमसीएच की मर्चरी में रखा. शव यहां 72 घंटे तक रहेगा. इस तय समय के अंदर परिजनों के नहीं आने के बाद डिस्पोजल कर दिया जायेगा.
भोजन के चक्कर में आता था अधेड़ : लोगों का कहना है कि अस्पताल में मिलने वाला खाना को लेकर अधेड़ यहां आता था. कुछ दिनों से अस्पताल के आस-पास ही रहता था. मानसिक स्थिति अच्छी नहीं थी. खाना मिलने के बाद वह स्त्री व प्रसूति रोग विभाग के बरामदे में जाकर सो जाता था. रविवार को कहीं बाहर चला गया था. अस्पताल आने के क्रम में कुत्तों ने उस पर हमला कर दिया था. दूसरी ओर, जीते जी तन पर कपड़ा भले ही नसीब नहीं हुआ, लेकिन मरने के बाद अज्ञात को अस्पताल आये एक-दो मरीजों ने अपना कंबल व चादर दे दिया.

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