तेल व गैस में आइआइटी के साथ हो संयुक्त शोध : शशि शंकर

धनबाद: आइआइटी आइएसएम, धनबाद के पेट्रोलियम इंजीनियरिंग विभाग द्वारा आयोजित तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस गुरुवार को शुरू हुआ. कॉन्फ्रेंस का विषय ‘पेट्रोलियम उत्पादन एवं संशोधन उद्योगों की चुनौतियां एवं संभावनाएं’ था. उद्घाटन मुख्य अतिथि ओएनजीसी के निदेशक (टेक्नोलॉजी एवं फील्ड सर्विसेज) शशि शंकर ने किया. उन्होंने ओएनजीसी द्वारा अपस्ट्रीम एवं डाउनस्ट्रीम में कार्यान्वित योजनाओं की […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 13, 2017 7:24 AM
धनबाद: आइआइटी आइएसएम, धनबाद के पेट्रोलियम इंजीनियरिंग विभाग द्वारा आयोजित तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस गुरुवार को शुरू हुआ. कॉन्फ्रेंस का विषय ‘पेट्रोलियम उत्पादन एवं संशोधन उद्योगों की चुनौतियां एवं संभावनाएं’ था.

उद्घाटन मुख्य अतिथि ओएनजीसी के निदेशक (टेक्नोलॉजी एवं फील्ड सर्विसेज) शशि शंकर ने किया. उन्होंने ओएनजीसी द्वारा अपस्ट्रीम एवं डाउनस्ट्रीम में कार्यान्वित योजनाओं की जानकारी दी. कहा कि कंपनी द्वारा तेल एवं गैस के क्षेत्र में शोध आइआइटी के साथ संयुक्त रूप से करना चाहिए. कॉन्फ्रेंस के मुख्य संरक्षक एवं संस्थान के बीओजी के अध्यक्ष प्रो डीडी मिश्रा ने वर्तमान में खनिज तेल के निम्न मूल्य के फलस्वरूप आ रही समस्याओं के संदर्भ में डिसरप्टिव टेक्नोलॉजी पर प्रकाश डाला. संस्थान के निदेशक प्रो डीसी पाणिग्रही ने फॉसिल फ्यूल से उत्पन्न ग्लोबल वार्मिंग की समस्याओं की तरफ ध्यान दिलाया और ऊर्जा के वैकल्पिक एवं अपरंपरागत स्रोतों के उत्पादन और उपयोग पर जोर दिया. धन्यवाद ज्ञापन डॉ केका ओझा ने किया. इससे पहले कार्यक्रम में सभी का स्वागत कन्वेनर प्रो टीम कुमार ने किया एवं विभागाध्यक्ष प्रो वीपी शर्मा ने विभाग की जानकारी दी.

धन्यवाद ज्ञापन डॉ केका ओझा ने किया. इससे पहले कार्यक्रम में सभी का स्वागत कन्वेनर प्रो टी कुमार ने किया एवं विभागाध्यक्ष प्रो वीपी शर्मा ने विभाग की जानकारी दी. कॉन्फ्रेंस को जीएसपीसी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एनके मित्रा ने केजी बेसिन में उच्च ताप एवं उच्च दबाव की स्थिति में हाइड्रो कार्बन के दोहन एवं आइओसीएल (यूएसए) इंक एवं आइओसीएल के जीएम यूएस सहाय ने भारतीय हाइड्रो कार्बन क्षेत्र में मेधा प्रबंधन के विषय पर अपने-अपने विचार व्यक्त किये. आइआरएस, ओएनजीसी के कार्यकारी निदेशक एवं प्रमुख सिद्धार्थ सूर ने एनहैंस्ड ऑयल रिकवरी एवं ऑयल इंडिया के जीएम एमसी निहलानी ने एक्सप्लोरेशन एवं प्रोडक्शन के क्षेत्र में कोरोजन की समस्या पर प्रकाश डाला. स्लमबर्जर के प्रबंध निदेशक सुजीत कुमार ने नयी खोजों से अवगत कराया.

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