ग्रीष्मावकाश के बाद रीमिडियल क्लास

धनबाद: ग्रीष्मावकाश के बाद धनबाद के कॉलेजों में रीमिडियल क्लास की शुरुआत होगी. कॉलेज प्रबंधन ने यह पाया है कि गरमी की छुट्टी के दौरान इस क्लास के प्रति स्टूडेंट्स का रुझान नहीं रहता है जबकि रीमिडियल क्लास के लिए कम से कम एक सौ छात्रों की उपस्थिति जरूरी है. इसलिए ग्रीष्मावकाश के बाद ही […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 16, 2013 1:41 PM

धनबाद: ग्रीष्मावकाश के बाद धनबाद के कॉलेजों में रीमिडियल क्लास की शुरुआत होगी. कॉलेज प्रबंधन ने यह पाया है कि गरमी की छुट्टी के दौरान इस क्लास के प्रति स्टूडेंट्स का रुझान नहीं रहता है जबकि रीमिडियल क्लास के लिए कम से कम एक सौ छात्रों की उपस्थिति जरूरी है. इसलिए ग्रीष्मावकाश के बाद ही धनबाद के पीके राय, एसएसएलएनटी महिला कॉलेज व सिंदरी कॉलेज सिंदरी में रीमिडियल क्लास चलाने की योजना है.

क्या है रीमिडियल क्लास : यूजीसी की इस योजना के तहत कॉलेजों में सामान्य क्लासेज के बाद अतिरिक्त समय में यह कक्षा ली जाती है. इसमें स्टूडेंट्स को कोर्स के विभिन्न विषयों या फिर ऐसी तकनीकी क्लासेज करायी जाती है. इसका उद्देश्य स्टूडेंट्स में स्किल्ड डेवलपमेंट करना है. कोर्स का पूरा खर्च यूजीसी वहन करती है. इसके लिए कॉलेजों को यूजीसी के पास आवेदन करना पड़ता है. वहां से स्वीकृति मिलने के बाद राशि आवंटित होती है.

क्या है अनुभव : एसएसएलएनटी व पीके राय कॉलेज प्रबंधन के अनुसार अब तक रीमिडियल क्लासों का अनुभव दुखद रहा है.पीके राय प्रबंधन के अनुसार किसी-किसी दिन तो स्टूडेंट्स के अभाव में क्लास रद्द कर देनी पड़ती है. वहीं एसएसएलएनटी की प्राचार्य डॉ किरण सिंह ने बताया कि यहां भी इस क्लास में अपेक्षित छात्रएं नहीं जुटती हैं. कहा कि ग्रीष्मावकाश में इस क्लास के फायदे हैं, पर स्टूडेंट्स रुचि लें, तब बात बने.

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