पीएमसीएच: रिटायर्ड सुपरिंटेंडेंट के खिलाफ कुर्की वारंट की अरजी, कार्रवाई पर आठ तक रोक

पीएमसीएच में सीटी स्कैन मशीन खरीदारी के अभियुक्तों की अलग-अलग अरजी पर कोर्ट ने एसीबी से जबाव मांगा है. एसीबी शरत चंद्र दास के खिलाफ इश्तहार भी तामिला करा चुका है. कोर्ट में कुर्की वारंट की अरजी दी गयी है. इधर, हाइकोर्ट ने आठ फरवरी तक कार्रवाई पर रोक लगा दी है. धनबाद : रांची […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 4, 2017 8:07 AM
पीएमसीएच में सीटी स्कैन मशीन खरीदारी के अभियुक्तों की अलग-अलग अरजी पर कोर्ट ने एसीबी से जबाव मांगा है. एसीबी शरत चंद्र दास के खिलाफ इश्तहार भी तामिला करा चुका है. कोर्ट में कुर्की वारंट की अरजी दी गयी है. इधर, हाइकोर्ट ने आठ फरवरी तक कार्रवाई पर रोक लगा दी है.
धनबाद : रांची हाइकोर्ट ने पौने दो करोड़ रुपये की सिटी स्कैन मशीन खरीद घोटाले में पीएमसीएच के रिटायर्ड अधीक्षक शरत चंद्र दास, योगेंद्र प्रसाद सिंह (लिपिक सह तत्कालीन लेखा पदाधिकारी, अब सेवानिवृत्त) तथा जयराम सिंह (क्लर्क क्रय शाखा) के खिलाफ कार्रवाई पर आठ फरवरी तक रोक लगा दी है. एसीबी को मामले की केस डायरी समेत अन्य रिपोर्ट दाखिल करने को कहा है.

धनबाद निगरानी कोर्ट से तीनों के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट भी निर्गत है. तीनों एसीबी कार्रवाई के खिलाफ व अग्रिम जमानत के लिए हाइकोर्ट की शरण में गये हुए थे. शरत चंद्र दास मूलत: ओड़िशा के रहने वाले हैं. सेवानिवृत्त लिपिक योगेंद्र प्रसाद सिंह अभी भुईफोड़ में रहते हैं. नामजदों के खिलाफ सरकारी राशि के दुरुपयोग कर पीएमसीएच सिटी स्कैन मशीन को बाजार दर से तिगुनी कीमत पर खरीदने का आरोप है. क्रय में भी नियमों की अनदेखी की गयी. एफआइआर में तत्कालीन अधीक्षक एससी दास, लेखा पदाधिकारी योगेंद्र प्रसाद सिंह, क्लर्क जयराम सिंह, सिटी स्कैन मशीन आपू्र्ति का ठेका लेने वाली कंपनी सिमाजु इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के अंधेरी इस्ट मुंबई के सेल्स मैनेजर उत्तम रणभरे, सिमाजु द्वारा अधिकृत सप्लायर इंपायर इंडस्ट्रीज लिमिटेड लोअर, पारेल, मुंबई -13 के नेशनल सेल्स मैनेजर के सुंदर राजन का भी नाम है.

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